महिलाओं की तरक्की में सऊदी अरब ने भेदा लक्ष्य, साझा तंत्र अपनाएगा GCC

0
373
सऊदी सामाजिक कार्यकर्ता लुजैन अल हथलौल, जिन्होंने महिला अधिकारों के लिए संघर्ष किया, लेकिन आज भी मुश्किलों से घिरी हैं।

जीसीसी महासचिव नायेफ अल-हजरफ ने कहा है कि महिलाओं के मुद्दों के लिए संगठन एक संयुक्त तंत्र विकसित कर रहा है। ऐसा इसलिए कि सऊदी अरब ने महिला श्रम बाजार भागीदारी दर के लिए अपने 2030 के लक्ष्य को पार कर लिया है। (Saudi Arabia Women GCC)

सऊदी मानव संसाधन व सामाजिक विकास मंत्री अहमद अल-राझी ने कहा कि सऊदी महिलाओं की श्रम बाजार भागीदारी दर 32 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है, जो लक्ष्य से 30 प्रतिशत ज्यादा है।

इतवार को “गल्फ वूमेन: लीडरशिप फॉर ए सस्टेनेबल टुमॉरो” फोरम के उद्घाटन के दौरान, अल-राझी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण में किंगडम की उपलब्धियां “व्यापक नीति और कार्यप्रणाली” के नतीजे का हासिल हैं।

जीसीसी के महासचिव नायेफ अल-हजरफ ने कहा कि संस्था इस क्षेत्र में महिलाओं के मुद्दों पर जीसीसी देशों के बीच एक संयुक्त तंत्र के लिए नजरिया विकसित करने को एक वर्चुअल गोलमेज सम्मेलन आयोजित कर रहा है।

दो दिवसीय वर्चुअल फोरम का मकसद प्राथमिकता वाले मुद्दों में खाड़ी देशों की महिलाओं की भागीदारी पर प्रकाश डालना और आम लक्ष्यों को हासिल करने के लिए जीसीसी राज्यों के बीच तजुर्बे का आदान-प्रदान करना है। साथ ही इसका मकसद जीसीसी देशों के बीच महिला सशक्तिकरण में समन्वय, एकीकरण और एक-दूसरे की मदद लेना भी है।

फोरम में तीन मुख्य सत्र रहे, जिनमें पहला पर्यावरणीय स्थिरता में खाड़ी महिलाओं की भूमिका पर केंद्रित रहा।

इसमें सऊदी अरब में फैमिली अफेयर्स काउंसिल के महासचिव हला अल-तुवैजरी ने भाग लिया। अरब की खाड़ी विश्वविद्यालय में भौगोलिक सूचना प्रणाली के प्रोफेसर डॉ. सबा अल-जुनैद, ओमान के पर्यावरण मंत्रालय में प्रकृति संरक्षण की सहायक महानिदेशक डॉ. थुराया सैद और कतर के सामाजिक विकास व परिवार मंत्रालय में परिवार मामलों की विभाग के निदेशक नजत अल-अब्दुल्ला शामिल हुईं। (Saudi Arabia Women GCC)

दूसरे सत्र “खाड़ी महिला और आर्थिक अधिकारिता” पर है, जबकि तीसरा सुरक्षा सहयोग में खाड़ी महिलाओं की भूमिका को कवर करेगा।

अल-तुवैजरी ने कहा कि जीसीसी देश सबसे तेज गति से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने वालों में से एक सऊदी अरब के बारे में बताया कि किंगडम इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी और अधिकारों के उच्चतम स्तर को हासिल कर रहा है।

किंग फैसल यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएट स्टडीज के वाइस डीन होदा डी अल-दुलैजान ने अरब न्यूज से कहा, सतत विकास मानक संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के बीच समझौते की रूपरेखा है। उन्होंने कहा कि नागरिक समाज में लैंगिक समानता और पुरुषों और महिलाओं के लिए समान अवसर बनाए रखने के लिए ये महत्वपूर्ण मानक हैं।

उन्होंने कहा, “हमने सामाजिक उपलब्धियों को हासिल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पुरुषों के साथ प्रतिस्पर्धा से आगे रहने के लिए विकास लक्ष्यों का नजरिया अपनाकर सशक्तिकरण की यात्रा में खाड़ी महिलाओं के सपोर्ट और प्रोत्साहन की पहल की।” (Saudi Arabia Women GCC)

उन्होंने कहा कि शैक्षिक प्रणाली को मजबूत करने से खाड़ी की महिलाएं नए क्षेत्रों में उद्यम करने के लिए प्रेरित हो रही हैं, उच्च शिक्षा, वैज्ञानिक अनुसंधान, विनिर्माण, नवाचार या वित्त में, खेलकूद, हर जगह।

अल-दुलैजान ने कहा कि खाड़ी की महिलाएं “आपूर्ति और मांग के मामले में कम समय में श्रम बाजार के विकास में भागीदार बनने में कामयाब रही हैं।

“महिलाओं ने व्यवहारिक पहल और रणनीतिक अनुभवों के साथ सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों में दक्षता हासिल की है, जिससे महिलाओं को राष्ट्रीय पहचान मिली, परंपराओं और सामाजिक मानदंडों को संरक्षित करते हुए खाड़ी समाज में ज्यादा ऊर्जावान और अहम भूमिका निभाना मुमकिन हो सका।” (Saudi Arabia Women GCC)

Source: Arab News


यह भी पढ़ें: सऊदी अरब की पहली महिला कार रैली ‘जमील’ में फर्राटा भरेंगी औरतें


(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)