द लीडर देहरादून।
सल्ट विधानसभा उपचुनाव के कांग्रेस ने हरीश रावत की बात रखते हुए पिछली बार की प्रत्याशी गंगा पंचोली को ही देने भाजपा ने पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के भाई महेश जीना के विरोध में उतारा है।
होली के दिन भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही अपने पत्ते खोले। भाजपा में महेश जीना को टिकट पहले ही तय था , आज घोषणा की गई। दोनों प्रत्याशी 30 मार्च को नामांकन करेंगे। 3 अप्रैल का दिन नाम वापसी के लिए तय किया गया है। 17 अप्रैल को मतदान के बाद मतगणना दो मई को होगी।
सल्ट ऐसी विधानसभा है, जहां क्षेत्रवाद काफी चलता है। ऐसे में महेश जीना को मेहनत करनी पड़ सकती है। क्योंकि वह गांव में कम ही रहे। महेश जीना व्यावसायी हैं और दिल्ली में रहते हैं। वह अपने छोटे भाई का वित्तीय प्रबंधन भी देखते रहे थे। वहीं, गंगा पंचोली 2017 का चुनाव 2600 मतों से हारी थी। तब से लगातार वह सक्रिय रही हैं। ऐसे में जहां महेश जीना सहानुभूति वोट बटोरने का प्रयास करेंगे, वहीं गंगा पंचोली अपनी सक्रियता के बूते उप चुनाव की नैया पार करने का प्रयास करेंगी।
कांग्रेस के महासचिव मुकुल वासनिक ने गंगा पंचोली के नाम या ऐलान किया। एक समय हरीश रावत के करीबी रहे रणजीत रावत और उनके पुत्र विक्रम रावत भी प्रबल दावेदार थे। रणजीत रावत को पार्टी अध्यक्ष प्रीतम सिंह व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश का भी समर्थम हासिल था।
गौरतलब है कि नवंबर माह में भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया था। विधायक कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। इससे कुछ दिन पहले उनकी पत्नी का भी दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। सुरेंद्र सिंह लगातार तीसरी बार विधायक बने थे।
विधानसभा में कुल 95,241 वोटर हैं। 48,682 पुरुष व 46,559 महिला मतदाता हैं। 912 सर्विस वोटर भी हैं।
उपचुनाव में 151 पोलिंग बूथों पर मतदान होगा।