विद्रोहियों ने अबू धाबी पर दागी दो बैलिस्टिक मिसाइलें, जवाबी कार्रवाई में यमन का लॉन्चिंग पैड नष्ट

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द लीडर | सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन और हूती विद्रोहियों (Houthi Rebels) के बीच जारी लड़ाई चरम पर पहुंचती जा रही है. संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब पर हूती विद्रोहियों ने सोमवार तड़के एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला बोला. हालांकि दोनों ने देशों से हवा में ही मिसाइलों को मार गिराया. इनका मलबा गिरने से दो विदेशी नागरिक घायल हो गए हैं.

‘डब्ल्यूएएम’ ने यूएई रक्षा मंत्रालय के हवाले से कहा कि अमीरात किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार है और देश को सभी हमलों से बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं. सोशल मीडिया पर साझा की गई सोमवार तड़के की एक वीडियो में राजधानी के ऊपर आसमान में रोशनी दिखाई दे रही है, जिसमें प्रकाश के बिंदु आकाश में मिसाइलों को रोकने वाले ‘इंटरसेप्टर’ की तरह दिख रहे हैं.


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हवा में ही नष्ट कर दी मिसाइलें

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सऊदी गठबंधन ने यमन के अल-जॉफ में मौजूद उस लॉन्च पैड को तबाह कर दिया है, जिसका इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइल दागने के लिए किया जा रहा था. बता दें कि ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने 3 जनवरी को हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में संयुक्त अरब अमीरात के झंडे वाले जहाज का अपहरण कर लिया था. इससे मामला और बिगड़ गया. फिर हूती ने संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी आबू धाबी में हमला करके इस लड़ाई में घी डालने का काम किया और अब सऊदी अरब सेना हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक कर रही है.

हमले के कारण अबूधाबी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बाधित हुईं सेवाएं

हमले के बाद मिसाइल की आग के कारण अबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सेवाएं बाधित हुईं, जहां से एतिहाद की लंबी दूरी के विमान उड़ान भरते हैं. हमले की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है. गौरतलब है कि यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा अबू धाबी पर हमले का दावा करने के एक हफ्ते के ठीक बाद यह हमला किया गया है. पिछले हफ्ते हुए हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हुए थे.

ड्रोन हमले में दो भारतीय मारे गए

17 जनवरी को किए गए इस हमले के लिए हूतियों ने ड्रोन के साथ क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया था. यमन युद्ध में बेशक यूएई शामिल था, लेकिन हूतियों ने उसपर पहली बार ऐसा हमला किया था. इससे पहले वो केवल सऊदी अरब को ही निशाना बना रहा था. इस हमले के बाद यूएई ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मांग करते हुए कहा था कि हूतियों को फिर से आतंकी संगठन घोषित किया जाए. सऊदी अरब, भारत और संयुक्त राष्ट्र ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की.

यमन पर सऊदी गठबंधन ने किया हमला

इस हमले का बदला लेने के लिए सऊदी गठबंधन ने यमन के दो स्थानों पर बम बरसा दिए. इनका ऐसा मानना था कि यहां हूती विद्रोहियों की मौजूदगी है. हमलों में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है. जबकि सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हुए है. हूतियों ने कहा कि हमले में उन डिटेंशन सेंटर को निशाना बनाया गया है, जहां शरणार्थी रह रहे थे. जबकि गठबंधन ने इस तरह के दावों को खारिज कर दिया है. दरअसल सऊदी अरब के नेतृत्व वाला अरब देशों का ये गठबंधन यमन में वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार की बहाली की कोशिश कर रहा है. जबकि देश के एक बड़े हिस्से पर हूतियों ने कब्जा किया हुआ है.

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