महीनों से जारी किसान आंदोलन में सरकार की चुप्पी को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि “सरकार किसान आंदोलन के खिलाफ कोई षड्यंत्र रच रही है। शुरुआती दौर में किसान और सरकार के बीच काफी वार्ता हुई लेकिन अब सरकार नें एक दम से चुप्पी कर लिया है जिससे ये सन्देश मिलता है सरकार किसान आंदोलन के लिए कोई रूपरेखा तैयार करने में लगी है। ”
राकेश टिकैत ने उत्तराखंड के उधमसिंहनगर जाते समय रविवार रात बिजनौर के अफजलगढ़ में पत्रकारों से कहा, ‘15- 20 दिनों से केंद्र सरकार की खामोशी से संकेत मिल रहा है कि कुछ होने वाला है. सरकार आंदोलन के खिलाफ कुछ कदम उठाने की रूपरेखा बना रही है। समाधान निकलने तक किसान वापस नहीं जाएँगे किसान भी तैयार है, वह खेती भी देखेगा और आंदोलन भी करेगा सरकार को जब समय हो वार्ता कर ले ”
26 जनवरी की हिंसा के संदर्भ में राकेश ने कहा “उस दिन जो भी बखेड़ा था सरकार के द्वारा किया गया था और पूरे किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की गई । किसान आंदोलन अपने पैर तेजी से फैला रहा है और अब वो पीछे नहीं हटेगा। अगर सरकार चाहती है की किसान आंदोलन को ख़त्म किया जाए तो वो 3 कृषि कानूनों को वापस लेना होगा।”
आपको बताते चले की किसान आंदोलन पहले ही कई महापंचायत कर चूका है जिसमें अरविंद केजरीवाल और प्रियंका समेत कई विपक्षी नेता शामिल थे ।24 मार्च तक कई जगहों पर महापंचायत होगी और उम्मीद है की भारी संख्या में किसानों की भीड़ उसमे शामिल रहेगी।
टिकैत ने उत्तर प्रदेश में जिला स्तर पर किसान आंदोलन को बढ़ाने के संकेत देते हुए कहा “अब गेंहू की तैयार फसल आने वाली है, अगर किसान का गेंहू एमएसपी पर नहीं खरीदा जाता है तो सरकार जिम्मेदार होगी और इसके लिए किसान जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना देंगे”