द लीडर | छात्रों के हंगामे के बाद रेलवे की ग्रुप डी की परीक्षा रोक दी गई है. रेलवे ने धांधली के आरोपों को लेकर जांच के लिए एक समिति बनाई है, लेकिन हंगामा अभी जारी है. छात्रों ने बिहार में गया रेलवे जक्शन के आउटर सिग्नल पर खड़ी एमटी ट्रेन के कोच में आग लगा दी है. आग इतनी भयंकर है कि धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता है.
परीक्षा को लेकर बिहार से शुरू हुआ हंगाा यूपी भी पहुंच गया. प्रयागराज में भी छात्रों ने हंगामा किया उसके बाद पुलिस हंगामा करने वाले छात्रों की तलाश में हॉस्टल पहुंच गई, इसको लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने हमला भी बोला है.
Gaya, Bihar | Aspirants vandalized train over alleged irregularities in Railway exam
CBT 2 exam date was not notified; no update on Railway exam which was notified in 2019…Result is still awaited…We demand cancellation of CBT 2 exam & release of exam result: Protester pic.twitter.com/9eyW8JphYa
— ANI (@ANI) January 26, 2022
यह भी पढ़े –रेलवे में नौकरी को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज, बिहार से यूपी तक बवाल
राहुल ने विरोध कर रहे छात्राओं का समर्थन किया
राहुल गांधी ने रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षा की प्रक्रिया का विरोध कर रहे युवाओं का समर्थन करते हुए कहा कि अधिकारों के लिए आवाज उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है. उन्होंने बिहार में एक ट्रेन रोककर राष्ट्रगान गा रहे युवाओं का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है, जो भूल गए हैं, उन्हें याद दिला दो कि भारत लोकतंत्र है, गणतंत्र था, गणतंत्र है!’’
अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है,
जो भूल गए हैं, उन्हें याद दिला दो कि भारत लोकतंत्र है,
गणतंत्र था, गणतंत्र है!#JusticeForStudents pic.twitter.com/9rK8I3CEox— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 26, 2022
प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अपने हक की बात कह रहे छात्र-छात्राओं के साथ डबल इंजन सरकार की पुलिस का व्यवहार देखिए. युवाओं के दमन के खिलाफ देश भर में इंकलाब होगा और बीजेपी का अहंकार चूर-चूर होगा. युवा रोजगार का हक लेकर रहेंगे.’’
प्रयागराज में पुलिस द्वारा छात्रों के लॉज में और हॉस्टलों में जाकर तोड़-फोड़ करना एवं उनको पीटना बेहद निंदनीय है।
प्रशासन इस दमनकारी कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाए। युवाओं को रोजगार की बात कहने का पूरा हक है और मैं इस लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ हूं। pic.twitter.com/jjOxy2iZH2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 25, 2022
यह भी पढ़े –लैटिन अमेरिका में बनेगी इस्लामिक यूनिवर्सिटी, जिसमें नहीं होगा अरबी मिजाज
गया में जमकर बवाल, ट्रेन पर किया गया पथराव
आज गया में भी छात्रों ने जमकर बवाल काटा. गया रेलवे स्टेशन परिसर में चलती ट्रेन पर जहां छात्रों ने जमकर पथराव किया. वहीं दूसरी ओर आक्रोशित छात्रों ने यार्ड में खड़ी पैसेंजर ट्रेन को आग के हवाले कर दिया. धू-धू कर जल रही ट्रेन की बोगियों में लगी आग को बुझाने के लिए फायर बिग्रेड की टीम पहुंचने वाली है.
जहानाबाद में रेलवे ट्रेक पर फहराया गया तिरंगा
जहानाबाद में सुबह-सुबह छात्रों ने पटना-गया पैसेंजर ट्रेन को जहानाबाद स्टेशन पर रोककर उग्र प्रदर्शन किया. छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर ही झंडा फहराया और राष्ट्रीय गान गाया. छात्रों का आरोप है कि रेलवे आरआरबी और एनटीपीसी के रिजल्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है. साथ ही छात्रों में सीबी-2 हटाने की भी मांग की.
बिहार में हालात काबू करने के लिए हाईलेवल मीटिंग
ADG निर्मल कुमार आजाद के अनुसार रेल पुलिस, RPF के साथ ही वहां जिला पुलिस की टीम मौजूद है. खुद गया के SSP भी मौजूद हैं. हालात को काबू करने में लगे हैं. रेलवे में लॉ एंड ऑर्डर की समस्या बन गई है. इस पर काबू पाने के लिए रेलवे के आला अधिकारियों से बात की जा रही है. साथ ही सभी रेल जिला पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. क्योंकि, छात्र कभी भी कहीं भी रेलवे ट्रैक पर पहुंच जा रहे हैं और हंगामा करने लग रहे हैं.
यह भी पढ़े –PM इमरान खान के सलाहकार शहजाद अकबर का इस्तीफा
मंगलवार को भी छात्रों ने किया था प्रदर्शन
गौरतलब है कि मंगलवार को भी गुस्साए छात्रों ने आरा, नवादा, मोतिहारी, सीतामढ़ी समेत कई शहरों में उग्र प्रदर्शन किाय था. भारतीय रेलवे के आरआरबी एनटीपीसी परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे प्रदर्शनकारी छात्रों की नाराजगी को देखते हुए रेल मंत्रालय ने छात्रों के लिए एक अच्छी पहल की है और साथ ही आगे की एनटीपीसी और लेवल 1 की परीक्षा पर फिलहाल रोक लगा दी है.
क्या है पूरा मामला?
रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (आरआरबी-एनटीपीसी) परीक्षा 2021 परिणाम के विरोध में छात्रों ने कर बिहार और यूपी में विरोध प्रदर्शन किया, जो अन्य हिस्सों में फैल गया. इस दौरान छात्रों की पुलिस के साथ भी झड़प हुई. विरोध प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. विरोध-प्रदर्शन की घटनाएं पटना, नवादा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बक्सर और भोजपुर जिलों से हुईं. कुछ जगहों पर गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया और सुरक्षा बलों से भिड़ गए और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया.
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि 2019 में जारी आरआरबी अधिसूचना में केवल एक परीक्षा का उल्लेख किया गया था. उन्होंने अधिकारियों पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. परीक्षा परिणाम 15 जनवरी को घोषित होने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा है. उस समय रेल मंत्रालय ने एक स्पष्टीकरण जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि अधिसूचना में दूसरे चरण की परीक्षा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था. सीबीटी के पहले चरण की परीक्षा सभी उम्मीदवारों के लिए एक सामान्य परीक्षा थी.
छात्रों की समस्याओं पर एक हाई प्रोफाइल कमेटी विचार करेगी. समिति में ये सदस्य होंगे-
1. दीपक पीटर, अध्यक्ष प्रधान कार्यकारी निदेशक (औद्योगिक संबंध), रेलवे बोर्ड
2. राजीव गांधी, सदस्य सचिव कार्यकारी निदेशक स्थापना (आरआरबी), रेलवे बोर्ड
3. आदित्य कुमार सदस्य, मुख्य कार्मिक अधिकारी (प्रशासन), पश्चिम रेलवे
4. जगदीश अलगर, अध्यक्ष आरआरबी/चेन्नई 5. मुकेश गुप्ता, अध्यक्ष आरआरबी/भोपाल
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)