द लीडर | कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिस तरह विवादित कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ा था, उन्हें ठीक उसी तरह ‘अग्निपथ’ रक्षा भर्ती योजना को वापस लेकर युवाओं की मांग स्वीकार करनी होगी. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार आठ वर्षों से ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का लगातार अपमान कर रही है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अग्निपथ योजना को लेकर सरकार पर हमला तेज कर दिया और केंद्र से सशस्त्र बलों में भर्ती की तैयारी कर रहे ग्रामीण युवाओं के दर्द को समझने का आग्रह किया. अग्निपथ योजना के विरोध के बीच कई राज्यों में राजमार्ग और रेलवे स्टेशन पर हिंसा देखी गई है. इस दौरान तेलंगाना के सिकंदराबाद में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कुछ शहरों में रेलगाड़ियों में आग लगाए जाने और निजी और सार्वजनिक वाहनों में तोड़फोड़ किए जाने की घटनाएं सामने आई हैं.
‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का अपमान-राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘आठ वर्षों से भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का लगातार अपमान किया है. मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे. ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा.
8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान' के मूल्यों का अपमान किया है।
मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे।
ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर' बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और 'अग्निपथ' को वापस लेना ही पड़ेगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 18, 2022
इससे पहले भी राहुल बोल चुके हैं हमला
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि अग्निपथ – नौजवानों ने नकारा , कृषि कानून – किसानों ने नकारा, नोटबंदी – अर्थशास्त्रियों ने नकारा, GST – व्यापारियों ने नकारा, देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्यूंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता. वहीं, सरकार ने मंगलवार को इस योजना की शुरुआत करते हुए कहा था कि साढ़े 17 से 21 साल तक की उम्र के युवाओं को संविदा के आधार पर चार साल के कार्यकाल के लिए थल सेना, वायुसेना और नौसेना में भर्ती किया जाएगा. सरकार ने कहा था कि रक्षा जरूरतों के आधार पर 25 प्रतिशत जवानों को नियमित सेवा के लिए बरकरार रखा जाएगा.
सोनिया गांधी ने की अहिंसक ढंग से आंदोलन
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की ‘अग्निपथ’ योजना को शनिवार को ‘दिशाहीन’ बताया और कहा कि उनकी पार्टी इसे वापस करवाने के लिए संघर्ष का वादा करती है.उन्होंने इस योजना का विरोध कर रहे युवाओं से अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसक ढंग से आंदोलन करने की अपील की.