तालिबान सरकार के शिक्षामंत्री शेख मौलवी नूरुल्ला मुनीर ने एलानिया कहा है कि पीएचडी और मास्टर डिग्री की जरूरत नहीं हैं। ये डिग्रियां मुल्लाओं के पास न होने के बावजूद वे “सबसे महान” साबित हुए।
अफगानिस्तान के शिक्षा मंत्री का इस बयान से जुड़ा एक वीडियो ट्विटर पर खूब शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह शिक्षा नीति और मास्टर डिग्री और पीएचडी की बात करते नजर आ रहे हैं।
“पीएचडी डिग्री, मास्टर डिग्री आज कोई कीमत नहीं है। आप देख लिया कि मुल्ला और तालिबान, जो सत्ता में हैं, उनके पास पीएचडी, एमए या हाईस्कूल की डिग्री भी नहीं है, लेकिन फिर भी सबसे महान हैं,” शेख मौलवी नूरुल्ला मुनीर को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है।
This is the Minister of Higher Education of the Taliban — says No Phd degree, master's degree is valuable today. You see that the Mullahs & Taliban that are in the power, have no Phd, MA or even a high school degree, but are the greatest of all. pic.twitter.com/gr3UqOCX1b
— Said Sulaiman Ashna (@sashna111) September 7, 2021
इसके बाद, जैसा कि उम्मीद की जानी चाहिए थी, इस टिप्पणी की जमकर आलोचना हुई।
मंगलवार को तालिबान ने मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद के नेतृत्व में एक सख्त अंतरिम सरकार की घोषणा की, जिसमें हाई-प्रोफाइल तालिबान सदस्य महत्वपूर्ण पदों पर बैठाए गए हैं, जिसमें गृहमंत्री खतरनाक हक्कानी नेटवर्क से जुड़े वैश्विक आतंकवादी का नाम भी शामिल है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद के अनुसार, तालिबान के प्रभावशाली निर्णय लेने वाले निकाय, ‘रहबरी शूरा’ के प्रमुख मुल्ला हसन, “नई इस्लामी सरकार” में कार्यवाहक प्रधानमंत्री के डिप्टी के रूप में मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के साथ काम करेंगे।
तालिबान के सत्ता संभालने के बाद कार्यवाहक शिक्षामंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि सहशिक्षा पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। इस बीच महिला और पुरुष विद्यार्थियों को पर्दा करके अलग-अलग बैठाने की तस्वीरें मीडिया में आई हैं।
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