भारत के औषधि नियामक ने एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए विकसित कोरोनवायरस वैक्सीन को मंजूरी दे दी है।
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के प्रतिनिधि व विशेषज्ञ दो अन्य टीकों पर भी विचार कर रहे हैं। मंजूर किए गए टीके को ब्रिटेन और अर्जेंटीना ने तत्काल सार्वजनिक उपयोग के लिए पहले ही मंजूरी दे दी है।
भारत जल्द ही टीकाकरण शुरू करना चाहता है। बताया जा रहा है कि यह जर्मनी के बायोनटेक और देसी कंपनी भारत बायोटेक के साथ फाइजर इंक द्वारा विकसित किए टीकों काे भी आपातकालीन इस्तेमाल पर विचार हो रहा है।
एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन की 50 मिलियन से अधिक खुराक पहले ही स्थानीय निर्माता, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा स्टॉक में तैयार हैं। कहा ये भी जा रहा है कि शनिवार से टीके कोल्ड स्टोरेज से राज्यों में भेजे जा सकते हैं। इससे पहले अंतिम अनुमोदन पर मुहर लगेगी।
भारत सरकार ने बुधवार को कहा कि फाइजर इंक ने जर्मनी के बायोनटेक के साथ विकसित वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के लिए डेटा प्रस्तुत करने के लिए और समय मांगा है।
भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद कोरोनोवायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं। हालांकि इसके संक्रमण की दर सितंबर के मध्य से काफी कम हो गई है।