बरेली में मुसलमानों ने किसी पुलिसकर्मी के साथ मारपीट नहीं की

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द लीडर : उत्तर प्रदेश के बरेली के हवाले से एक फर्जी खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जिसमें ये दावा किया गया है कि चालान काटने से नाराज मुसलमानों ने एक पुलिसकर्मी को मारकर घायल कर दिया है. बरेली पुलिस ने इस तरह की किसी भी घटना का खंडन किया है. इस चेतावनी के साथ कि इस फेक न्यूज को प्रसारित करने पर कार्रवाई होगी.

पंडित हेमंत शर्मा ट्वीट हैंडल से एक ट्वीट किया गया था. जिसमें लिखा था-”बरेली सिविल लाइंस न्यूज. पुलिस द्वारा चालान काटने पर मुसलमानों ने उनकी पिटाई की. जोकि कानून को चुनौती है. यह वीडियो बताता है कि आगे हिंदुस्तान में क्या होगा? कौन देश चलाएगा? और सबका भविष्य क्या होगा? कड़वा सच यह है कि देश को बाहर से ज्यादा अंदर से बहुत ज्यादा खतरा है.”

इसके साथ घायल पुलिसकर्मी की तस्वीर भी शेयर की गई थी. ये ट्वीट बरेली पुलिस तक पहुंचा. तो उन्होंने पूरे मामले की छानबीन के बाद इसका खंडन किया है. बरेली पुलिस की ओर से जारी एक पोस्ट में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर एक भ्रामक खबर वायरल हो रही है. जिसमें चालान काटने पर मुसलमानों द्वारा पुलिसकर्मी को पीटे जाने की बात कही गई है.


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दरअसल, पोस्ट में जिस पुलिसकर्मी की तस्वीर लगाई गई है. वह बरेली के बजाय कानुपर जीआरपी में हेड कांस्टेबल तैनात रहे हैं. उनके द्वारा 20 सितंबर को प्रयागराज में स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कि जाने की बात प्रकाश में आई थी. पुलिस ने स्पष्ट चेताया कि ऐसी भ्रामक पोस्ट न करें. वरना कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

पंडित हेमंत शर्मा के जिस ट्वीटर हैंडल से पोस्ट की गई थी. पुलिस की सख्ती के बाद उनके हैंडल से इसे डिलीट कर दिया गया है.

 

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