कोलकाता | बंगाल का चुनाव अपने आप मे करो या मरो की स्थिति पैदा कर रहा है। टीएमसी और भाजपा बंगाल में जीत का सेहरा पहनने के लिए बेताब है। आज बंगाल में पहले चरण के लिए वोटिंग हो रही है। और पीएम मोदी का बांग्लादेश यात्रा इससे जोड़कर देखा जा रहा है। पहला फैक्टर है मतुआ समाज जो बंगाल के चुनाव में एक अहम कड़ी है।
उस समाज को साधना सबके लिए ज़रूरी हो गया है। क्योंकि मतुआ समाज करीब 70 सीटों पर असर डालता है। इसीलिए लोग कयास लगा रहे है कि पीएम मोदी का बांगलादेश दौरा इस समाज को एक जुट करने में अहम भूमिका निभाएगा। आज पीएम मोदी बांग्लादेश मे ओराकांडी के मतुआ समाज के मंदिर पहुँचे जहां उन्होंने पूजा अर्चना की। ओराकांडी वो जगह है जहां मतुआ समाज के संस्थापक हरिश्चन्द्र ठाकुर का जन्म हुआ था।
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साल 2016 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी को मतुआ बहुल 21 में से 18 सीटों पर जीत मिली थी, वहीं सीएए कानून आने के बाद बीजेपी को इन 21 सीटों में से 9 पर अच्छी बढ़त मिल गई। मतुआ समुदाय ने सीएए और प्रस्तावित एनआरसी की खुलकर वकालत की थी
जानकारों का ये मामना है कि बंगाल में चुनाव के मद्देनजर पीएम मोदी का बंगलादेश दौरा काफी सीटों पर असर डालेगा। तो ये कहना गलत नही होगा कि पीएम मोदी बंगाल चुनाव को लेकर काफी सीरियस दिख रहे है। गौरतलब है बंगाल चुनाव में जीत किसकी होती है ये 2 मई को ही पता चलेगा लेकिन ये बात तो तय है कि पीएम मोदी का मतुआ समाज के मंदिर जाना एक सियासी हवा ज़रूर देता है।
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