द लीडर हिंदी : आल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल IMC के अध्यक्ष मौलाना तौक़ीर रज़ा ख़ान की रात बात करते-करते अचानक तबियत बिगड़ गई. पहले खांसी और फिर सीने में दर्द महसूस हुआ. इस दौरान IMC के पदाधिकारी और मौलाना के कुछ चाहने वाले भी मौजूद थे. फ़ौरन डॉक्टर से बात की गई. उनकी सलाह पर मौलाना को दवा दी गई.
उसके बाद थोड़ा नार्मल होने पर वो आराम के लिए चले गए. दरअसल मौलाना की एंजियोप्लास्टी हो चुकी है. वो ख़ुशलोक हास्पिटल के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. मनाज़िर इक़बाल के ट्रीटमेंट हैं. फिर से दर्द महसूस होने पर डॉ. मनाज़िर ने मौलाना को आराम की सलाह दी है. मौलाना की तबियत बिगड़ने के पीछे ग़ुस्सा भी एक वजह बताया जा रहा है.
कोर्ट से समन और फिर ग़ैर ज़मानती वारंट जारी होने के बाद जिस तरह से मीडिया रिपोर्टिंग हुई मौलाना उसे लेकर बेहद नाराज़ दिखे. इसका अहसास उन्होंने दो दिन पहले आवास पर रात में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कराया भी था. उनका कहना था कि मैं केरल के कालीकट में था और मीडिया ने मुझे खाड़ी के देशों में पहुंचा दिया. तब जबकि मेरे पास तो पासपोर्ट भी नहीं है.
मौलाना काफ़ी सख़्त लफ़्ज़ों में बहुत कुछ कह गए थे. मौलाना को डॉक्टर ने आराम की सलाह दी है. लेकिन उन्हें 27 मार्च को कोर्ट में पेश होना है. ज़िला जज के न्यायालय में 2010 के दंगे से जुड़े मामले में सुनवाई की तारीख़ लगी है. यह वही मामला है, जिसमें मौलाना को गिरफ़्तार करने के बाद बेगुनाह तसलीम करते हुए बाद बरी किया गया था. इसी मामले में एडीजे फॉस्ट ट्रैक कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर उन्हें दंगे का मुख्य मास्टर माइंड माना है. द लीडर हिंदी के पूछने पर IMC के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी ने बताया कि मौलाना घर पर ही आराम कर रहे हैं.
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