पाकिस्तान के सियालकोट मिलिट्री बेस में जबरदस्त धमाका, बेक़ाबू मिसाइल से हुआ हादसा!

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द लीडर | पाकिस्तान के उत्तरी शहर सियालकोट में रविवार को एक बड़ा धमाका हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स में इसकी जानकारी दी गई है. धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि इसे पंजाब प्रांत में छावनी क्षेत्र के पास तक सुना गया. द डेली मिलाप के एडिटर ऋषि सूरी ने एक ट्वीट में कहा, ‘उत्तरी पाकिस्तान में सियालकोट मिलिट्री बेस पर कई विस्फोट हुए हैं. बताया गया है कि यह एक गोला बारूद स्टोरेज एरिया है. धमाके के बाद एक बड़ी आग जलती हुई देखी जा रही है.’ अराई न्यूज ने ISPR के हवाले से बताया कि आज सियालकोट गैरीसन में आकस्मिक आग लग गई. इस घटना में कोई नुकसान नहीं हुआ है.

1852 में बना था यह बेस

बता दें, उत्तरी पाकिस्तान में स्थित सियालकोट में उसकी सेना का बड़ा बेस है. सियालकोट कैंट एरिया पाकिस्तान का सबसे पुराना और सबसे जरूरी कैंट एरिया है. इसकी स्थापना 1852 में ब्रिटिश भारतीय सेना ने की थी.


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पेशावर में हुआ था फिदायीन हमला

हाल ही में पाकिस्तान के पेशावर में जुमे की नमाज के दौरान एक मस्जिद में आत्मघाती हमला हुआ था. इसमें 56 नमाजियों की मौत हो गई. 190 से ज्याद लोग घायल हो गए. पेशावर पुलिस के मुताबिक शहर के किस्सा ख्वानी बाजार में दो हमलावरों ने मस्जिद में घुसने की कोशिश की. रोकने पर उन्होंने वहां खड़े पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी. एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. एक हमलावर भी मारा गया. फायरिंग में एक दूसरा पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया. इसी बीच अकेला बचा हमलावर मस्जिद में घुस गया और उसने खुद को उड़ा लिया.

इलाके में दिख रही बड़ी आग

द डेली मिलाप के एडिटर ऋषि सूरी ने एक ट्वीट में लिखा, ‘उत्तरी पाकिस्तान में सियालकोट सैन्य अड्डे पर कई विस्फोट हुए हैं. प्रारंभिक संकेत ये मिल रहे हैं कि यहां एक गोला बारूद रखने का ठिकाना है. धमाके के बाद एक बड़ी आग जलती हुई देखी जा रही है. अभी तक विस्फोट के पीछे की असल वजह का पता नहीं चल पाया है.’ उन्होंने लिखा है कि शुरुआती जानकारी में बताया गया है कि यहां पर हथियार रखे जाते हैं. यहां पर आग जलती दिखाई दे रही है. हालांकि नुकसान की अभी पुष्टि नहीं हुई है. कुछ स्थानीय लोगों ने भी धमाकों के वीडियो शेयर किए हैं.

कुछ ने बेकाबू मिसाइल को बताया जिम्मेदार

कुछ अन्य स्थानीय मीडिया आउटलेट्स की मानें तो पाकिस्तानी सेना द्वारा एयर-टू-एयर मिसाइल पीएल एल-15 का टेस्ट किया जा रहा था, जो पूरी तरह नाकाम रहा. जे10-सी फाइटर जेट से छोड़े जाने के बाद यह मिसाइल बेकाबू हो गई और सियालकोट में जा गिरी. इस घटना के कई वीडियोज सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी नागरिकों की ओर से पोस्ट किए गए हैं. कई का दावा है कि इस क्षेत्र में कई विस्फोट हुए हैं. सियालकोट छावनी शहर से सटा हुआ इलाका है और यह सबसे महत्वपूर्ण पाकिस्तानी सेना के ठिकानों में से एक है. इसकी स्थापना 1852 में ब्रिटिश भारतीय सेना द्वारा की गई थी.

बलूचिस्तान में हुए धमाके में तीन की मौत

इससे पहले, दो मार्च को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में एक पुलिस वैन के पास हुए विस्फोट में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी समेत तीन लोगों की मौत हो गयी थी और 24 अन्य घायल हो गए थे. क्वेटा के फातिमा जिन्ना रोड पर यह हमला हुआ था और खुफिया सूचना के अनुसार, धमाके में दो से ढाई किलोग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था. उप महानिरीक्षक, ऑपरेशन्स फिदा हुसैन ने मीडिया को बताया था कि शाम करीब सात बजे तब जोरदार धमाका हुआ तो इलाके में सिटी पुलिस थाने की एक पुलिस मोबाइल वैन मौजूद थी.

उन्होंने कहा था, हम नहीं जानते कि विस्फोट कैसे हुआ. लेकिन विस्फोट से काफी नुकसान हुआ है, तीन लोगों की मौत हो गयी और पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम दो दर्जन लोग घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. घटना में उप अधीक्षक पद के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की भी मौत हो गयी, जो वैन में मौजूद था. पाकिस्तान में हमेशा ही इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती हैं.

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