कर्नाटक के मंगलुरु विश्वविद्यालय ने हिजाब पर लगाया पूर्ण प्रतिबंध, डिप्टी कमीश्नर के आफिस पहुंची मुस्लिम छात्राएं

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द लीडर | दक्षिणी राज्य कर्नाटक में हिजाब विवाद एक बार फिर जिंदा हो गया है। मंगलुरु में विश्वविद्यालय की कुछ मुस्लिम छात्रों ने डिप्टी कमीश्नर के आफिस का दौरा करके उनको एक ज्ञापन सौंपा और कक्षाओं में हिजाब पहनने की अनुमति मांगी। डिग्री कॉलेज ने 16 मंगलुरु विश्वविद्यालय ने गुरुवार को हाईकोर्ट के आदेश पर एक नोटिफिकेशन जारी किया और किसी भी धार्मिक लिबास के पहनने पर पाबंदी लगा दी। लेकिन इसके बावजूद छात्राओं ने इस मुद्दे पर वाइस चांसलर से लेकर जिला कलेक्टर से मुलाकात की. इन छात्राओं का कहना है कि वो डिग्री कॉलेज की छात्राएं हैं और विश्वविद्यालय का ये आदेश कॉलेज में लागू नहीं हो सकता. मार्च को कैंपस के अंदर हिजाब या हेडस्कार्फ़ पर प्रतिबंध जारी किया था।


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40 से अधिक लड़कियां हिजाब पहनकर क्लास में आती हैं

मेंगलुरु में कुछ मुस्लिम छात्रों ने अपनी कक्षाओं में हिजाब पहनने की अनुमति मांगी है। इसके बाद विरोध शुरू हो गया। मैंगलोर विश्वविद्यालय के हिंदू छात्रों ने कैंपस के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि कॉलेज महीनों से कर्नाटक हाईकोर्ट के निर्देशों को लागू करने में विफल रहा है। 40 से अधिक मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहनकर कक्षा में आती हैं।पिछले दिनों यूनिवर्सिटी कॉलेज की कुछ मुस्लिम छात्राओं ने उपायुक्त को  कक्षाओं में हिजाब पहनने की अनुमति के लिए एक ज्ञापन सौंपा था। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, इसके बाद यह विवाद शुरू हो गया।

हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शन

कॉलेज में हिजाब पहनने और न पहनने दोनों को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए। एक तरफ मुस्लिम छात्राएं अपनी शिकायत लेकर वाइस चांसलर और जिला कलेक्टर के पास पहुंची तो वहीं एबीवीपी ने भी हिजाब पर पूर्ण बैन लगाने की मांग की। मुस्लिम छात्राओं के लगातार हिजाब पहनकर कॉलेज आने को लेकर एबीवीपी समर्थित छात्र संगठनों ने इसका विरोध किया प्रदर्शन कर गुस्सा दिखाया। इन छात्र-छात्राओं का कहना है कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद भी मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर कॉलेज आ रही हैं और कॉलेज प्रशासन इस पर कोई ऐतराज नहीं जता रहा है। इस बात से नाराज छात्रों ने ऐलान किया कि ये हरकत बंद नहीं हुई तो हम लोग भी केसरिया साफा पहनकर कॉलेज में इसका विरोध दर्ज कराएंगे।

ऐसे फैला हिजाब विवाद

कर्नाटक में हिजाब विरोध प्रदर्शन इस साल जनवरी-फरवरी में हुआ जब राज्य के उडुपी जिले में सरकारी लड़कियों के कॉलेज की कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें हिजाब पहनने के लिए कक्षाओं में भाग लेने से रोक दिया गया है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों ने दावा किया कि उन्हें हिजाब पहनने के लिए कॉलेज में प्रवेश से वंचित कर दिया गया था। कर्नाटक हिजाब विरोध जल्द ही अन्य राज्यों में फैल गया और मामला उच्च न्यायालय में चला गया। कर्नाटक उच्च न्यायालय की एक पूर्ण पीठ ने मुस्लिम द्वारा दायर याचिकाओं के एक बैच को खारिज कर दिया। उडुपी में पूर्व-विश्वविद्यालय कॉलेजों में अध्ययन करने वाली लड़कियां कक्षाओं में हिजाब पहनने का अधिकार मांग रही हैं।

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