The leader hindi: 5 साल बाद फिर से बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी JDU और भाजपा के बीच गठबंधन टूट गया है। मुख्यमंत्री आवास पर JDU के सांसदों और विधायकों की मीटिंग में इसकी घोषणा की गई है। इधर, नीतीश ने राज्यपाल फागू सिंह चौहान से मिलने का समय मांगा है।
अब से थोड़ी में जेडीयू नेताओं के साथ मुख्यमंत्री राजभवन जाएंगे। पुलिस ने राजभवन के पास बैरिकेडिंग की है। भारी पुलिस फोर्स भी तैनात किया गया है। इधर, राजद, कांग्रेस और वामदलों ने नीतीश सरकार को समर्थन देने के लिए पत्र तैयार कर लिया है। चिट्ठी पर विपक्षी विधायकों का हस्ताक्षर लिया गया है।
इसी बीच कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा है कि नीतीश कुमार महागठबंधन के मुख्यमंत्री होंगे। सबकुछ तय हो गया है।
प्रक्रिया
सत्तारुढ़ दल जेडीयू ने अपने विधायकों और सांसदों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया है। 11 बजे पटना के मुख्यमंत्री आवास 1 अन्ने मार्ग में सभी विधायकों और सांसदों को बुलाया गया है। पहले दौर में CM नीतीश कुमार जेडीयू के सभी 16 सांसदों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें दिल्ली में पार्टी की राजनीति में क्या कुछ बदलाव होगा, इस पर चर्चा होगी।
दूसरे राउंड की बैठक में NDA पर फैसला लिया जाएगा
बैठक का दूसरा राउंड सिर्फ विधायकों के साथ होगा। इस बैठक में बिहार की मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा होगी। CM इस बैठक में ही फैसला लेंगे कि वो NDA में रहेंगे या नहीं। बैठक में संगठन के कुछ वरिष्ठ नेताओं को भी बुलाया गया है।
इस बैठक में यदि NDA में नहीं रहने पर बात बनी तो, ये तय होगा कि अगली सरकार किसके साथ बनाई जाए। इसके बाद सभी विधायकों को पटना में अगले 72 घंटों तक रहने का निर्देश दिया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि गठबंधन टूटने के बाद अगले गठबंधन को फ्लोर टेस्ट में जाना होगा। ऐसे में सभी विधायकों का पटना में रहना अनिवार्य है।