द लीडर | चीन को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का बयान आया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “चीन का विस्तारवाद भारत के हित में नहीं है. अमेरिका और पश्चिम के साथ हमारे संबंध रक्षा से परे, आर्थिक समझौतों की ओर जाने चाहिए जो संयुक्त रूप से समृद्धि पैदा करते हैं. भारत के पास चीन का मुकाबला करने के लिए वैकल्पिक वैश्विक दृष्टिकोण बनाने में मदद करने का रणनीतिक अवसर है.
China’s expansionism isn’t in India’s interest.
Our relationship with the US & the West must go beyond defence, towards economic pacts which jointly create prosperity.
India has a strategic opportunity to help build an alternative global vision to counter China. pic.twitter.com/4xZu8j0Par
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 26, 2022
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अमेरिका और चीन का नजरिया अलग
राहुल गांधी ने कहा कि अमेरिका जैसे देशों का नजरिया है कि चीन की विस्तारवादी नीति को रोका जाना चाहिए. हालांकि मेरा सवाल ये है कि इसके लिए आप क्या ऑफर कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि हम जब अमेरिका की बात करते हैं तो सिर्फ डिफेंस को लेकर बात करते हैं. लोगों को समृद्ध बनाने के मुद्दों पर भी बात की जानी चाहिए.
चीन की नीति भारत के हित में नहीं
राहुल गांधी ने कहा कि चीन का विस्तारवाद भारत के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका दोनों की रणनीति अलग-अलग है. अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ हमारे संबंध रक्षा से आगे आर्थिक समझौतों की ओर जाने चाहिए, जो संयुक्त रूप से समृद्धि पैदा करते हैं. राहुल गांधी ने ये भी कहा कि भारत के पास चीन का मुकाबला करने के लिए वैकल्पिक वैश्विक दृष्टिकोण बनाने में मदद करने का रणनीतिक अवसर है.