कोलकाता में फर्जी कोविड टीकाकरण शिविरों की जांच करेगा प्रवर्तन निदेशालय

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द लीडर हिंदी, लखनऊ | प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोलकाता में संदिग्ध कोविड-19 टीकाकरण शिविरों की जांच करने का फैसला किया है. सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

अभी कोलकाता पुलिस के जासूसी विभाग का विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है. उसने फर्जी आईएएस अधिकारी देबंजन देब समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. देब इस जालसाजी का मुख्य साजिशकर्ता है.

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जांच एजेंसी के एक सूत्र ने कहा, ‘‘ईडी ने मामले में प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दायर की है. ईडी धन शोधन के पहलू से भी जांच करेगी.’’ देब को कोलकाता नगर निगम का संयुक्त आयुक्त बताने और शहर के विभिन्न हिस्सों में संदिग्ध टीकाकरण शिविर लगाने के लिए जून में गिरफ्तार किया गया था.

जांच के दौरान उसके आठ साथियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने उनके खिलाफ आईपीसी की अन्य धाराओं के साथ ही हत्या की कोशिश का आरोप भी लगाया है.

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पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार को 995 और लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 15,09,218 हो गए. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया कि पिछले एक दिन में कोविड-19 से 17 और मरीजों की मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या 17,867 पर पहुंच गई.

बुलेटिन के अनुसार, अब तक राज्य में 14,75,208 लोग ठीक हो चुके हैं. राज्य में अभी 16,143 मरीज उपचाराधीन हैं. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में आज 2,42,110 लोगों को टीका दिया गया.

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