प्रयागराज : यूपी के बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने एमपी/एमएलए कोर्ट में सरेंडर कर दिया हैं। धनंजय सिंह की तलाश UP पुलिस को लम्बे अरसे से थी। धनंजय अजीत सिंह हत्याकांड में वांटेड हैं। वह लगातार फरार चल रहे हैं। कल ही UP पुलिस ने धनंजय सिंह के ऊपर 25000 रूपये का इनाम रखा था और उससे पहले धनंजय के कई ठिकानों पर दबिश भी डाली थी।
धनंजय सिंह को आज सुबह नैनी सेंट्रल जेल में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जा चूका है। इस मामले में अगली सुनवाई एक अप्रैल को होगी।
बुधवार रात पुलिस ने धनंजय सिंह के चार ठिकानों पर छापा मारा लेकिन उनका कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पूर्व सांसद छह जनवरी की रात में कठौता चौराहे पर हुए गैंगवार में मऊ मुहम्मदाबाद गोहाना के पूर्व उप ज्येष्ठ प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में वांक्षित थे। पुलिस के पास उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट है। यह वारंट जारी होने के बाद से ही वह फरार चल रहे हैं।
यह भी पढ़ें – https://theleaderhindi.com/ajit-murder-case-in-hindi/
पिछले साल इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की गई जमानत अर्जी में पूर्व सांसद ने खुद ही अपनी हिस्ट्रीशीट पेश की थी, जिसमें हलफनामा दिया था कि उसके खिलाफ 38 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 24 में वह बरी हो चुका है। एक मुकदमे में वह डिस्चार्ज है। चार में फाइनल रिपोर्ट लग गई है। तीन सरकार की तरफ से वापस हो चुके हैं। लॉकडाउन के दौरान जौनपुर में कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक को धमकी देकर रंगदारी मांगी गई थी। पीड़ित ने पूर्व सांसद पर आरोप लगाया था। पुलिस ने पूर्व सांसद को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 27 अगस्त को सशर्त जमानत दी थी।
धनंजय के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद पुलिस कई दिन से शांत बैठी हुई थी। पर, बुधवार रात को अचानक धनंजय की तलाश में उसके कुर्सी रोड स्थित आवास, शारदा व सरस्वती अपार्टमेंट में उसके फ्लैट और उसके बेहद करीबी साथी के मालवीय नगर स्थित आवास पर ताबड़तोड़ दबिश दी गई। पुलिस ने एक बर्खास्त सिपाही के घर भी दबिश दी लेकिन धनंजय का पता नहीं चला। इस दौरान दो ठिकानों से तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इन तीनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस को अजीत सिंह हत्याकांड में अन्य तीन शूटरों रवि यादव, राजेश तोमर, शिवेंद्र सिंह उर्फ अंकुर की भी तलाश है। वहीं खबर हैै कि एक शूटर मुस्तफा उर्फ बंटी को बागपत पुलिस ने कुछ दिन पहले उत्तराखंड से पकड़ लिया था। पर, उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि बागपत पुलिस ने अभी तक नहीं की है।