पालतू कुत्ते की मौत से छिड़ी ‘हलाल टूरिज्म’ पर बहस

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बंदगोभी ट्रांसपोर्टेशन के दौरान एक टोकरे में कुत्ते को मरने के लिए छोड़ दिए जाने की घटना ने इंडोनेशिया में खासा विवाद खड़ा कर दिया है। इस विवाद की बुनियाद पर सोशल मीडिया पर हलाल पर्यटन पर बहस शुरू हो गई है। (Debate On Halal Tourism)

इंडोनेशिया के दस प्रांत, पूर्वी नुसा तेंगारा, आचे, रियाउ द्वीप, पश्चिम सुमात्रा, पश्चिम जावा, जकार्ता, मध्य जावा, योग्याकार्ता, पूर्वी जावा और दक्षिण सुलावेसी हलाल पर्यटन स्थलों की श्रेणी में आते हैं। यानी वो जगहे हैं, जहां शरिया के मुताबिक शराब और जुए जैसे हराम उत्पादों और सेवाओं पर बंदिश है।

इस बीच, पिछले महीने एक सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हुआ कि स्थानीय सरकारी अधिकारियों ने कैनन नाम के एक काले कुत्ते को सुमात्रा द्वीप के किमो रिज़ॉर्ट से जब्त कर लिया। रिज़ॉर्ट एक द्वीप पर स्थित है, जो आचे प्रांत का हिस्सा है, जहां प्रांत शरिया कानून लागू है। वायरल हुए वीडियो में अधिकारियों को एक लंबे लकड़ी के खंभे का इस्तेमाल कर कैनन को पकड़ने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है। वीडियो देख लोगों ने अधिकारियों पर पशु क्रूरता का आरोप लगाया और इंडोनेशियाई सोशल मीडिया पर हैशटैग #JusticeForCanon ट्रेंड करने लगा।

Change.org पर एक याचिका भी आ गई, जिसमें इस घटना की गहन जांच की मांग की गई है।

कुत्ते को पकड़ना कथित तौर पर यह सुनिश्चित करने की कसरत बताई गई कि इस प्रांत में पर्यटक सुविधाएं शरिया के अनुरूप हों।

इस खास मसले का मतलब हराम या निषिद्ध माने जाने वाले जानवरों को हटाना था। लिहाजा घटना ने एक बहस को जन्म दे दिया कि वास्तव में ‘हलाल पर्यटन’ का क्या अर्थ है। (Debate On Halal Tourism)

एक पुलिस प्रमुख ने पुष्टि की है कि पशु दुर्व्यवहार की शिकायत की जांच हो रही है कि कुत्ते को पकड़े जाने के बाद, उसे एक बंदगोभी के टोकरे में रखकर ढंक दिया गया। इस बात का पता कुत्ते के मालिक को हो पाता, उसका दम घुटने लगा।

SCMP की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्टेट इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ़ नॉर्थ सुमात्रा में इस्लामिक लॉ के लेक्चरर रमज़ान स्याहमेदी सिरेगर का कहना है कि जिले अपने स्थानीय नियम जारी करके भ्रम पैदा करते हैं।

हलाल पर्यटन से संबंधित इन स्थानीय कानूनों को पेरटुरन डेरा या पेरदा के नाम से जाना जाता है।

पर्यटन उद्यमी सेबस्टियन हुताबारत ने कहा कि बिना खास लेबल के हलाल पर्यटन दशकों से वजूद में है। बचपन से देखा है कि टोबा झील के आसपास मुस्लिम और हलाल रेस्त्रां थे, जबकि झील के आसपास का ज्यादातर इलाका बटक जातीय उपसमूह से आबाद है।

बहरहाल, बहस का जो भी अंजाम हो, इंडोनेशिया के लोगों का कहना है कि यह मामला इतना उलझन भरा नहीं होना चाहिए। (Debate On Halal Tourism)

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हलाल टूरिज्म को लेकर गैर इस्लामी देशों में भी काफी कवायद हो रही है। वैश्विक तौर पर टूरिज्म इंडस्ट्री इस टूरिज्म को लेकर काफी कोशिशें कर रही है। ग्लोबल मुस्लिम ट्रैवल इंडेक्स (जीटीएमआई) 2017 के मुताबिक, मुस्लिम पर्यटकों की संख्या 2016 में 121 मिलियन से बढ़कर 156 मिलियन हो गई।

‘हलाल’ पर्यटन साफतौर पर एक बढ़ता हुआ मार्केट सेगमेंट है, जिसमें मुस्लिम पर्यटक ऐसी जगहों की तलाश करते हैं जो खानपान, पहनावे और उनकी धार्मिक भावनाओं की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। जहां शराब, सूअर का मांस, नग्नता और जुआ न होता हो।

मध्यम वर्ग के यात्रियों को आकर्षित करने वाले देशों में मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया और तुर्की प्रमुख मुस्लिम स्थलों में से हैं। सिंगापुर, थाईलैंड और यूनाइटेड किंगडम शीर्ष गैर-इस्लामी देशों में से हैं।

बौद्ध देश होने के बावजूद थाईलैंड मुसलमानों के लिए एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल साबित हुआ है, खासतौर पर इंडोनेशिया से छुट्टियों में लोग यहां के सफर पर जाते हैं। ​​ब्रिटेन में मुस्लिम पर्यटकों से 4.1 अरब अमेरिकी डॉलर का कारोबार होने की उम्मीद की गई है। जबकि यहां इस्लामोफोबिया के चलते हमलों की कई घटनाएं भी हो चुकी हैं।

पर्यटन उद्योग मुस्लिम पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए हलाल जरूरतों का ख्याल रखने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं। क्रिसेंट रेटिंग ने होटल और रेस्तरां में हलाल खाना परोसने की सिफारिश की है। जीटीएमआई रैंकिंग में नमाज की सुविधा, मुस्लिम-अनुकूल वॉशरूम और रमजान से संबंधित सामान और माहौल के आधार पर मूल्यांकन किया तो पता चला कि कई एयरपोर्ट पर हलाल भोजन और नमाज की सुविधा की पेशकश की जा रही है।

पारंपरिक ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों, बुकिंग डॉट कॉम या ट्रिपएडवाइजर के अलावा तमाम मुस्लिम-अनुकूल प्लेटफॉर्म उभर रहे हैं। मिसाल के लिए, Halalbooking.com हलाल पर्यटन आवास के लिए लंदन के बाजार में 2021 के अंत तक एक बिलियन पाउंड आमदनी हासिल करने की उम्मीद कर रहा है। (Debate On Halal Tourism)

पीयर-टू-पीयर प्लेटफॉर्म भी उभर रहे हैं। Bookhalalhomes.com हलाल आवास रेंटल के लिए दुनिया का अग्रणी पोर्टल बन गया है। यह हलाल-प्रमाणित सेवाओं, जैसे हलाल भोजन और इबादत करने के कमरे मुहैया कराने की गारंटी दे रहा है।

स्मार्टफोन ऐप भी विकसित किए जा रहे हैं। थाईलैंड के पर्यटन प्राधिकरण ने एक ऐप लांच किया है, जो मुस्लिम यात्रियों को हलाल उत्पादों और सेवाओं को तलाशने में मदद करता है। इसके साथ नमाज का समय, भोजन के विकल्प और आकर्षक जगहों के सफर के बारे में जानकारी देता है। हलालट्रिप ऐप दुनियाभर में 65 से ज्यादा पर्यटन स्थलों से संबंधित जानकारी देता है और टूर पैकेज बेचकर कारोबार करता है। (Debate On Halal Tourism)

स्थापित पश्चिमी ओटीए के मुकाबले में हलाल पर्यटन ई-कॉमर्स अभी भी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है। लेकिन यह तेजी से बढ़ता हुआ बाजार है, इसके कोई शक नहीं है।


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