असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 82 हुई, बचाव कार्य में उतरी सेना

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द लीडर | असम में बाढ़ से हालात सोमवार को और बिगड़ गए। और 11 लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 82 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 34 जिलों में से 32 जिलों में करीब 48 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल सहित राष्ट्रीय और राज्य की एजेंसियां राहत और बचाव कार्यो में चौबीसों घंटे काम कर रही हैं, असम सरकार ने सेना को प्रभावित लोगों तक पहुंचने के लिए स्टैंड-बाय मोड पर रहने को कहा है।

भारतीय सेना बुलाई गई

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार असम में पिछले सात दिनों में 45 लोगों की जान गई है जबकि मेघालय में मरने वालों की संख्या 18 बताई गई है। असम के कई हिस्सों में बाढ़ में फंसे हज़ारों लोगों को बचाने के लिए अब भारतीय सेना के जवानों को बुलाया गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ की स्थिति की जानकारी लेने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से फ़ोन पर बात की है। इस दौरान पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की तरफ़ से राज्य की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।

कई जिले पानी में डूबे

वर्तमान में, 32 जिलों के 125 राजस्व मंडलों के तहत 5424 गांव- बजली, बक्सा, बारपेटा, बिश्वनाथ, बोंगाईगांव, कछार, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, दीमा हसाओ, गोलपारा, गोलाघाट, हैलाकांडी, होजई, कामरूप, कामरूप (मेट्रो), कार्बी आंगलोंग वेस्ट, करीमगंज, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर, दक्षिण सलमारा, तामुलपुर, तिनसुकिया, उदलगुरी- बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं।

बारपेटा जिले में बाढ़ ने मचाई तबाही

असम में बाढ़ के कारण इस वक्त यहां का बारपेटा जिला सबसे अधिक प्रभावित है। राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बारपेटा जिले के करीब 90 फ़ीसदी इलाके इस वक्त बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं जिसके कारण यहां रहने वाले करीब 13 लाख लोगों की जिंदगी प्रभावित हुई है। बारपेटा के अलावा असम के नगांव तथा दरांग जिले में भी बाढ़ में अपना भीषण प्रकोप दिखाया है।

भोजन और जरूरी सामग्री पहुंचाने का निर्देश

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने उन क्षेत्रों में भोजन और अन्य राहत सामग्री को हवा से गिराने का निर्देश दिया, जहां लोग भारी बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में आई बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 73 हो गई। मरने वालों में नागांव जिले के एक पुलिस थाने के प्रभारी सहित दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। ये पुलिस वाले बाढ़ में फंसे हुए लोगों की मदद के लिए गए थे, लेकिन पानी में बह गए। उनके शव सोमवार सुबह निकाले गए।