द लीडर | देश में जानलेवा कोरोना वायरस की तीसरी लहर के बीच ‘को-विन’ पोर्टल पर डेटा लीक होने को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा बयान सामने आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर देते हुए कहा कि ‘को-विन’ पोर्टल से कोई डेटा लीक नहीं हुआ है और लोगों के बारे में पूरी जानकारी सुरक्षित है।
Regarding data leak from CoWIN – We are getting the matter examined. However, prima facie it appears that the alleged leak is not related to Co-WIN as we neither collect any information on address or the #COVID19 status of beneficiaries: Ministry of Health & Family Welfare pic.twitter.com/fZAMGLYzkF
— ANI (@ANI) January 21, 2022
स्वास्थ्य मंत्रालय का जारी बयान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘मीडिया में आई कई खबरों में दावा किया गया है कि को-विन पोर्टल में एकत्रित डेटा ऑनलाइन लीक हो गया है।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘यह स्पष्ट किया जाता है कि को-विन पोर्टल से कोई डेटा लीक नहीं हुआ है और लोगों पूरा डेटा इस डिजिटल मंच पर सुरक्षित है।’’
यह भी पढ़े – कांग्रेस उम्मीदवार सुप्रिया ऐरन को समाजवादी पार्टी ने बरेली कैंट से बनाया प्रत्याशी
इसमें कहा गया है, ‘‘यह भी स्पष्ट किया जाता है कि प्रथम दृष्टया यह दावा सत्य नहीं है और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय खबरों की सच्चाई के बारे में पड़ताल करेगा क्योंकि को-विन लोगों का ना तो पता और ना ही कोविड-19 टीकाकरण के लिए आरटी-पीसीआर जांच के नतीजे एकत्र करता है।’’
मामले की जांच करेगी मिनिस्ट्री
रिलीज में आगे कहा गया कि यह भी स्पष्ट किया जाता है कि हेल्थ मिनिस्ट्री इस मामले के सार की जांच करेगा क्योंकि प्राथमिक दृष्टि में यह दावा सही नहीं है। Co-WIN पोर्टल पर सरकार कोरोना वैक्सीनेशन के लिए न तो लाभार्थी का पता और न ही RT-PCR टेस्ट के नतीजे स्टोर करती है।
को-विन पोर्टल में एकत्रित डेटा ऑनलाइन लीक- रिपोर्ट्स
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि डिजिटल मंच ‘को-विन’ पोर्टल किसी व्यक्ति का ना तो पता और ना ही कोविड-19 टीकाकरण के लिए आरटी-पीसीआर जांच के नतीजों को एकत्र करता है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘मीडिया में आई कई खबरों में दावा किया गया है कि को-विन पोर्टल में एकत्रित डेटा ऑनलाइन लीक हो गया है।’’
कोविन पोर्टल: अब, 6 सदस्य एक मोबाइल नंबर से कर सकते हैं पंजीकरण
लाभार्थियों के लिए एक मोबाइल नंबर का उपयोग करके अब छह सदस्यों के पंजीकरण की सुविधा के लिए कोविन पोर्टल को अपग्रेड किया गया है। कोविन पर मोबाइल नंबर या आधार नंबर, या किसी अन्य पहचान दस्तावेज का उपयोग करके टीकाकरण के लिए पंजीकरण करने का एक मंच है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “4 सदस्यों की मौजूदा सीमा के बजाय, अब 6 सदस्यों को को-विन पर एक मोबाइल नंबर का उपयोग करके पंजीकृत किया जा सकता है।”
लाभार्थियों के लिए को-विन की विभिन्न उपयोगिता सुविधाओं पर अद्यतनों की निरंतरता में, को-विन खाते में एक मुद्दा उठाना के तहत एक सुविधा शुरू की गई है, जिसके माध्यम से अगर कोई लाभार्थी पूरी तरह से वैक्सीनेडेट है या सिर्फ एक डोज के साथ वैक्सीनेटेड है, तो वो अपने वैक्सीनेशन स्टेटस में अपने स्टेटस के मुताबिक बदलाव कर सकता है।
इस कार्यक्षमता के साथ, उपयोगकर्ताओं को अब अपने टीकाकरण की स्थिति में गलतियों को सुधारने की अनुमति है। कई राज्यों में डेटा गड़बड़ियों की शिकायतें मिलने के बाद उपयोगकर्ताओं के लिए बहुत आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराई गई है। रेज अ इश्यू यूटिलिटी के माध्यम से ऑनलाइन अनुरोध सबमिट करने के बाद परिवर्तनों में 3-7 दिन लग सकते हैं। इस तरह के लाभार्थी अपनी देय टीके की खुराक प्राप्त कर सकते हैं, मौजूदा मानक दिशानिर्देशों के अनुसार, एक बार सिस्टम में नई टीकाकरण स्थिति सफलतापूर्वक अपडेट हो जाने के बाद टीकाकरण केंद्र निकटतम हो सकता है।