द लीडर. ईद मिलादुन्नबी पर कोहाड़ापीर से जुलूस-ए-मुहम्मदी मंगलवार को निकाला जाएगा. उससे पहले दरगाह आला हज़रत के प्रमुख मौलाना सुब्हान रज़ा ख़ां उर्फ सुब्हानी मियां ने आयोजन कमेटी खुद्दाम-ए-रसूल में बड़ा फेरबदल किया है. दिवंगत सदर सरकार हैदर की जगह सुब्हानी मियां के दामाद सय्यद आसिफ मियां को दी गई है. कासिम कश्मीरी से सचिव का पद लेकर उन्हें अब कमेटी में वरिष्ठ सदस्य की ज़िम्मेदारी सौंपी है.
नई कमेटी में किसे क्या पद मिला
सय्यद आसिफ मियां-सदर
शान अहमद रज़ा-सचिव
मोहसिन खान-कोषाध्यक्ष
पूर्व दर्जा राज्य मंत्री आबिद खान-सलाहकार
नासिर कुरैशी-और मीडिया प्रभारी
कासिम कश्मीरी-वरिष्ठ सदस्य
अजमल नूरी,आरिफ उल्लाह, डॉ. नफीस खां,अफ़ज़ाल बेग, इकरार खान, शहजाद पहलवान, हाजी शावेज़ हाशमी, शाहिद अली,ओवैस खा़ं, गफूर पहलवान, जुनैद पठान, कलीमुद्दीन, हाफिज वाहिद, हाजी जावेद खां, नदीम,आसिम खां, फरीद हुसैन,हाजी इकबाल, हाजी नूर, शाहनवाज़, तारिक खां व इमरान-सभी सदस्य
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शाम चार बजे जुलूस का आग़ाज़
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया की ईद मिलादुन्नबी के मौके पर मुख्य जुलूस कोहाड़ापीर से शाम 4 बजे दरगाह सरपरस्त सुब्हानी मियां व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की सदारत में निकलेगा। जिसमें सभी अंजुमने प्रशासन की ओर से तय की गई संख्या सिर्फ तीस लोगों के साथ शामिल होंगी.
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डीजे-साउंड पर रोक
जुलूस में डीजे, साउंड और वाहन लाने की इजाज़त नही है. सभी लोग सादगी के साथ जुलूस में शामिल होंगे. सबसे आगे परचम चलेगा. इसके बाद क़ाइदे जुलूस और फिर सभी अंजुमने चलेंगी. सचिव शान अहमद रज़ा ने बताया कि जुलूस अपने कदीमी रास्तों कोहाड़ापीर से कुतुबखाना, कोतवाली, नावल्टी चौराहा से इस्लामिया स्कूल के रास्ते बिहारीपुर ढाल से दरगाह आला हज़रत पहुँचकर खत्म होगा.