लखनऊ। देश में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। मुंबई में कोरोना के केस लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं, वही उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थिति अच्छी नहीं है।
जनता की लापरवाही से कोरोना संक्रमण में इजाफा हो रहा है। लखनऊ में कोरोना के इतने केस आने से हालात बद से बदतर होते जा रहे है।
कोरोना संक्रमण लगातार अपने पैर पसार रहा है। कई विभागों के कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अगर बात करें तो सोमवार को यूपी में कुल नए केस 1368 आए थे, वहीं अकेले राजधानी लखनऊ में 499 कोरोना के नए केस सामने आए थे। कोरोना मरीजों की बढ़ रही संख्या से लखनऊ में कोविड हॉस्पिटल में बेड फुल हो गए हैं।
इससे पहले लखनऊ के सचिवालय में कई विभागों के कर्मचारी कोरोना की चपेट में आए थे, वहीं मंगलवार को वित्त विभाग के कई कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ गए। इस खबर के आने के बाद सचिवालय परिसर में सन्नाटा छा चुका हैं।और लोग डरे और सहमे हुए है। वहीं वित्त विभाग के 1 पीसीएस ऑफिसर भी कोरोना की चपेट में आ गए। वही 21 मार्च को मानता प्राप्त समिति का चुनाव हुआ था। उस चुनाव के बाद एक वरिष्ठ पत्रकार की करोना के चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। और दर्जनों पत्रकार कोरोना के साए में आ गए है। वहीं कई पत्रकारों की कोरोना की जांच हुई है उसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने बताया कि, मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एरा, लोकबंधु, इंटीग्रल, पीजीआई, लोहिया समेत अन्य अस्पतालों में भर्ती शुरू करा दी गई है। अभी बेड पर्याप्त हैं।
गौरतलब है की राजधानी लखनऊ में कोरोना जैसी गंभीर बीमारी का ग्राफ लगातार पड़ रहा है। इस वायरस से निपटने के लिए लगातार सरकार अपने सही कदम उठा रही है। लेकिन आम जनमानस को खुद ही समझना होगा कि इस वायरस को कैसे मुंह तोड़ जवाब देना।