पंजाब को मिला पहला दलित मुख्यमंत्री, चरणजीत सिंह चन्नी ने ली शपथ

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द लीडर | पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। इस दौरान पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद रहे। हालांकि कैप्टन अमरिंदर सिंह इस शपथग्रहण में शामिल नहीं हुए।

सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के अलावा सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने मंत्री पद की शपथ ली है जिन्हें डेप्युटी सीएम बनाया जाएगा।

चन्नी ने लिया पंजाब के नए सीएम के पद का चार्ज

चरणजीत सिंह चन्नी ने लिया पंजाब के नए सीएम के पद का चार्ज, हरीश रावत और सिद्धू ने दी बधाई।


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पंजाब को मिला पहला दलित मुख्यमंत्री

अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव चला और एक दलित मुख्यमंत्री बनाया। ये पंजाब के इतिहास में पहली बार हुआ है। इसी के साथ अकाली दल द्वारा जो दलित डिप्टी सीएम का वादा किया गया था, उसका जवाब दिया गया तो वहीं आम आदमी पार्टी द्वारा दी गई चुनौती का भी जवाब दे दिया गया। सोमवार को हुआ शपथ ग्रहण समारोह भी विवादों भरा रहा।

शपथ से पहले पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने बयान दिया कि पार्टी साल 2022 का विधानसभा चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब कैबिनेट की अगुवाई में लड़ेगी। इसके बाद सुनील जाखड़ ने इस बयान पर आपत्ति जताई और कहा कि इससे मुख्यमंत्री की छवि कमजोर प्रकट होती है।

ऐसे में कांग्रेस ने भले ही पंजाब में अपना चेहरा बदल लिया हो, लेकिन उसकी मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी शपथ ग्रहण के दौरान मौजूद नहीं रहे, ऐसे में उनके आगे के कदम पर हर किसी की नज़र टिकी है।

राहुल गांधी 10 मिनट की देरी से पहुंचे शपथ ग्रहण समारोह में

इससे पहले राहुल गांधी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन वह शपथ ग्रहण करने के बाद पहुंचे। चन्‍नी पंजाब के पहले दलित मुख्‍यमंत्री हैं। वह पंजाब के 17वें मुख्‍यमंत्री बन गए हैं। शपथ ग्रहण समारोह से पहले चरणजीत सिंह चन्‍नी पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत से मिलने पहुंचे थे।

32 फीसदी दलित वोट बैंक पर कांग्रेस की नजर

चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का चेहरा बना विपक्षी दलों को फिर से रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया है। ऐसा पहली बार है जब एससी वर्ग पंजाब की सियासत के केंद्र में है। अब तक यहां दोनों प्रमुख सियासी दल शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस 18 फीसदी जट सिखों पर ही दांव लगाते रहे हैं। मगर इस बार सबकी नजर 32 फीसदी दलित वोट बैंक पर है।


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मोदी ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी को बधाई दी। मोदी ने कहा कि पंजाब के लोगों की भलाई के लिए पंजाब सरकार के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।

कांग्रेस ने भाजपा की तर्ज पर लिया था चौंकाने वाला फैसला

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भाजपा की तर्ज पर पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की थी। भाजपा की ही तरह कांग्रेस का यह फैसला बेहद चौंकाने वाला रहा। चन्नी को सीएम बनाने के लिए कांग्रेस को कई दिग्गजों को दरकिनार करना पड़ा।

कैप्‍टन अमरिंदर सिंह से मिलने जाएंगे नए सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी

उधर चरणजीत सिंह चन्‍नी ने कहा है कि वह शपथ लेने के बाद कैप्‍टन अमरिंदर सिंह से मिलने जाएंगे। समारोह में पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू,तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा सहित कैप्‍टन अमरिंदर सिंह कैबिनेट के अधिकतर मंत्री और कांग्रेस के कई विधायक भी पहुंचे।


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कौन हैं चरणजीत सिंह चन्‍नी?

दलित सिख समुदाय से आते हैं चन्नी

चन्नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह पंजाब के मुख्‍यमंत्री बनने वाले पहले दलित नेता होंगे। उन्‍हें पंजाब के दोआबा क्षेत्र का कद्दावर कांग्रेस नेता माना जाता है। ऐसे में उनको सीएम बनाया जाना कांग्रेस की ओर से सरप्राइज माना जार रहा है।

काफी समय से कैप्‍टन के खिलाफ अपनाए बागी सुर

चरणजीत सिंह चन्‍नी 2007 से विधायक हैं। चरणजीत सिंह चन्नी लगातार तीन बार से कांग्रेस के विधायक हैं। पंजाब की चमकौर साहिब विधानसभा सीट से वो विधायक चुनकर आते रहे हैं कैप्‍टन। वह अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में भी मंत्री थे। चन्‍नी काफी समय से कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बागी सुर अपनाए हुए थे।

पंजाब विधानसभा में रहे विपक्ष के नेता

चरणजीत सिंह चन्‍नी 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने चन्‍नी को पंजाब का सीएम बनाने पर खुशी जताई और कहा कि वह मेरे छोटे भाई हैं। मैं इस निर्णय से निराश नहीं हूं।

मी टू मामले में भी नाम आने के बाद विवादों में रहे

अमरिंदर सरकार में पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री रहे चरणजीत सिंह चन्नी तीन साल पहले एक सीनियर महिला आइएएस अफसर को अश्लील मैसेज भेजने की वजह से विवाद में फंसे थे। उस समय वे विदेश यात्रा पर गये हुए थे। विदेश यात्रा से लौटने के बाद चन्नी ने कहा था कि उन्होंने गलती से महिला अधिकारी को मैसेज भेज दिया था।

हालांकि इस मामले में महिला अधिकारी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी। इसके अलावा अमरिंदर सिंह ने भी मामले को सुलझा लेने का वादा किया था। लेकिन पंजाब महिला आयोग ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार को नोटिस भेजकर कार्रवाई की मांग की थी।


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