द लीडर | कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो CBI ने आज उनके चेन्नई स्थित घर और दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास पर छापेमारी की है. छापेमारी में उन्हें कुछ भी नहीं मिला और कुछ भी जब्त नहीं किया गया. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि ‘‘छापेमारी का समय हालांकि दिलचस्प है.’’
चिदंबरम ने एक बयान में कहा कि आज सुबह सीबीआई के एक दल ने उनके चेन्नई स्थित घर और दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास पर छापेमारी की है. उन्होंने कहा, ‘‘ दल ने मुझे एक प्राथमिकी दिखाई, जिसमें मेरा नाम आरोपी के तौर पर दर्ज नहीं था. छापेमारी में कुछ नहीं मिला और कुछ भी जब्त नहीं किया गया.”
This morning, a CBI team searched my residence at Chennai and my official residence at Delhi. The team showed me a FIR in which I am not named as an accused.
The search team found nothing and seized nothing.
I may point out that the timing of the search is interesting.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 17, 2022
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चिदंबरम के बेटे पर कई मामले चल रहे
बता दें कि चिदंबरम के बेटे पर कई मामले चल रहे हैं. इनमें आईएनएक्स मीडिया को एफआईपीबी (Foreign Investment Promotion Board) की क्लियरेंस मिलने का भी मामला शामिल है जो करीब 305 करोड़ विदेशी फंड से जुड़ा है. ये मामला तब का है जब चिदंबरम वित्त मंत्री थे. इनके ही मद्देनजर ये छापेमारी की गई है. सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी ने कार्ति के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है जो विदेशों से मिले पैसे से जुड़ा है. ये पैसा वर्ष 2010-14 के दौरान हासिल किया गया था.
कार्ति चिदंबरम के 9 ठिकानों पर छापेमारी
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम के खिलाफ चीन के 250 नागरिकों को वीजा दिलवाने के लिए 50 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में एक नया मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सीबीआई ने मंगलवार की सुबह चेन्नई और देश के अन्य शहरों में स्थित कार्ति चिदंबरम के 9 ठिकानों पर छापेमारी की है.
पहले भी ठिकानों पर पड़ी रेड
ऐसा पहली बार नहीं है, जब इनके ठिकानों पर छापेमारी हो रही है. इससे पहले 2049 में भी सीबीआई ने विदेशी फंड लेने के लिए फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड की मंजूरी से जुड़े मामले में कार्ति चिदंबरम के 46 ठिकानों पर तलाशी ली गई थी. ये कार्रवाई सीबीआई की तरफ से की गई थी. कार्ति ने सीबीआई की कार्रवाई को लेकर अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने लिखा हूं, ‘मैं गिनती भूल गया हैं, ये कितनी बार हुआ है? एक रिकॉर्ड होना चाहिए.’
तिहाड़ जेल में 106 दिन बंद रहे थे पी. चिदंबरम
मार्च 2018 में इंद्राणी मुखर्जी ने CBI को दिए बयान में बताया था कि INX मीडिया को FIPB से मंजूरी दिलाने के लिए उनके और कार्ति चिदंबरम के बीच 10 लाख अमेरिकी डॉलर की एक डील हुई थी. इसके बाद जुलाई 2019 में दिल्ली हाईकोर्ट ने शीना वोरा हत्याकांड की मुख्य दोषी इंद्राणी को INX केस मामले में मुख्य गवाह बनाने की सहमति दे दी थी. इस मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को 21 अगस्त 2019 को CBI ने गिरफ्तार किया और फिर 16 अक्टूबर को इसी मामले में ED ने अरेस्ट किया था. तिहाड़ जेल में 106 दिन रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट से 4 दिसंबर 2019 को उन्हें जमानत मिली. अब ED केस में भी सुप्रीम कोर्ट ने पी. चिदंबरम को जमानत दे दी है.