कोलकाता | पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए ममता और मोदी के बीच ज़ोरदार टक्कर देखने को मिल रही है। चुनावी रैलियों के सिलसिले के बीच BJP ने अपना संकल्प पत्र जारी करते हुए आम लोगों का दिल जीतने का पूरा प्रयास किया है। इस संकल्प पत्र के बाद दीदी के लिए मुश्किलें थोड़ी बढ़ती दिख रहीं हैं और इस बार सियासत में टकराव भी चरम सीमा पर देखने को मिल रहा है।
संकल्प पत्र जारी करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तमाम वादे किए। इनमे से ज़्यादातर वादे उन वादों के बराबर दिखाई दिए जो पहले ममता बंगाल की जनता के साथ कर चुकीं हैं। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस ने भी अपना घोषणा पत्र जारी करके दांव खेल चुकी है। दोनों पार्टियों की लड़ाई अब घोषणा पत्र आ टिकी है।
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किसानों को हक़ में आवाज़
ममता ने छोटे किसानों को सालाना 10 हजार रुपये प्रति एकड़ देने का एलान किया है। वह केंद्र की किसानों को छह हजार रुपये सालाना वाली योजना की काट भी निकालने का प्रयास कर रही हैं। वहीं, भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा कि कृषक सुरक्षा योजना के तहत हम हर भूमिहीन किसान को हर वर्ष 4000 रुपये की सहायता देंगे।
जातिगत समीकरण पर फोकस
ममता बनर्जी ने ओबीसी, दलित और आदिवासी परिवारों को सालाना 12 हजार रुपये देने का वादा किया है। दरअसल, दीदी ने इस एलान से पूरी तरह जातिगत समीकरण साधने की कोशिश की है, क्योंकि भाजपा की नजर भी इसी वोट बैंक पर सबसे ज्यादा है। माना जा रहा है कि इस जाति कार्ड से 50 सीटों के नतीजों में उलटफेर हो सकता है। उधर गृह मंत्री अमित शाह ने अपने चुनावी संकल्प पत्र में कहा है कि ओबीसी आरक्षण की सूची में महिस्य, तेली और अन्य हिन्दू समुदाय जो रह गए हैं, उनको समाविष्ट करने का काम भी भाजपा की सरकार करेगी।
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महिला वोटों पर ख़ास नज़र
TMC के घोषणा पत्र में विधवा महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपये देने का वादा किया गया है। इस तरह ममता बनर्जी ने महिला वोटों को अपने पाले में लाने की कोशिश की है। वहीं, भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा है कि राज्य सरकार की सभी नौकरियों में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देंगे।
जन-जन को साधने की कोशिश
ममता बनर्जी ने वादा किया है कि अगर उनकी सरकार सत्ता में लौटती है तो सामान्य वर्ग के परिवारों को सालाना 6000 रुपये दिए जाएंगे। इस स्कीम में एक करोड़ 60 लाख लोगों को फायदा पहुंचेगा। वहीं, भाजपा ने कहा कि हमने तय किया है कि बंगाल में सातवां वेतन आयोग सभी कर्मचारियों को दिया जाएगा।
आम आदमी पर नजर
ममता बनर्जी ने टीएमसी के घोषणा पत्र में सबसे बड़ा वादा घर-घर राशन पहुंचाने का किया है। चुनाव की घोषणा होने से पहले ममता कोलकाता समेत कई जगह मां रसोई शुरू कर चुकी हैं, जहां गरीबों को पांच रुपये में भरपेट खाना दिया जा रहा है। इसके अलावा घर-घर राशन योजना से आम आदमी भी टीएमसी के साथ जुड़ सकता है। वहीं, भाजपा ने ऐसा कोई एलान नहीं किया। ऐसे में यह वादा टीएमसी को फायदा पहुंचा सकता है।
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