द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में दिनदहाड़े दबंगों ने सरेआम फायरिंग करके दहशत फैलाई तो रात में पुलिस ने गोली चलाई. रात सवा दो बजे एक बदमाश स्पेलेंडर से भागते वक़्त पैर में गोली लगने से ज़मीन पर गिर गया. पुलिस उसे दबोचकर अस्पताल से ले आई. उसका नाम ललित सक्सेना है, जो पीलीभीत बाईपास हाईवे पर गैंगवार की घटना में शामिल था. यह वही मामला है, जिसकी गूंज देशभर में सुनाई दी. बरेली में यह अपनी तरह की पहली फायरिंग थी, जिसके लाइव वीडियो बहुत ज़्यादा शेयर किए गए. दबंगों ने सौ फुटा मोड़ से थोड़ी दूर प्लॉट पर क़ब्ज़े के लिए पुलिस के इक़बाल से खिलवाड़ किया तो रात में पुलिस ने उसका जवाब दिया. ताबड़तोड़ दबिश के बाद अब तक एक दर्जन दबंग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. एक बदमाश के मुठभेड़ में गोली लगी है. सीओ थर्ड अनीता चौहान ने बताया कि घायल बदमाश ललित पर एक दर्जन मुक़दमे दर्ज हैं. उससे 315 बोर का तमंचा कारतूस और खोखे मिले हैं. आइए आपको उनकी पूरी बात सुनवाते हैं. उसके बताएंगे कि पुलिस ने इस मामले में और क्या कार्रवाई की है.
पुलिस ने गैंगवार में शामिल जिन बदमाशों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम शिवओम कुमार निवासी चौपुला, मुड़ियानगर के रविंद्र और मनोज, सैनिक कॉलोनी का संदेश, कृष्णानगर का रहने वाला पंकज गुप्ता, जोगीनवादा का ओमकार राठौर, राजेंद्रनगर का रोहित कुमार, संजय नगर का रोहित ठाकुर, इंदिरा नगर का संजय उर्फ संजू है. इनसे तीन लग्जरी कारें भी मिली हैं, जिनका इस्तेमाल फायरिंग में किया गया था. ये सभी राजीव राणा पक्ष के हैं. दूसरे पक्ष के आदित्य उपाध्याय और उसके बेटे अविरल उपाध्याय को मौक़े से ही पकड़ लिया गया था. पुलिस कस्बा रिठौरा के नामज़द सभासद कृष्णपाल उर्फ केपी यादव को भी पकड़ने के लिए दबिश दी लेकिन वो हाथ नहीं आया है. कुल 13 नामज़दों में बिथरी चैनपुर से भाजपा के पूर्व विधायक पप्पू भरतौल भी शामिल हैं, जिनका कहना है कि वो वृंदावन में हैं. एफआईआर में डेढ़ सौ अज्ञात हैं. इस बीच राजीव राणा पक्ष की तरफ से भी तहरीर इज़्ज़तनगर थाने पहुंची है. रोहित ठाकुर ने भेजी है. उसका कहना है कि आदित्य गुट ने उस पर कार चढ़ा दी, जिससे उसका पैर टूट गया.
पुलिस फायरिंग का एक मुक़दमा दारोग़ा राजीव की तरफ से भी दर्ज किया है. दहशत फैलाने वालों पर पुलिस गैंगस्टर और रासुका के तहत कार्रवाई करेगी. उससे पहले शासन ने भी फायरिंग के वीडियो वायरल होने के बाद संज्ञान लिया है. इंस्पेक्टर जयशंकर सिंह समेत सात पुलिस वालों को निलंबित किया जा चुका है. आइजी रेंज डॉ. राके प्रताप सिंह का कहना है कि लापरवाही सामने आने पर कुछ और पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई होगी. ख़ैर बेक़ाबू दबंगों की करतूत से फ़ज़ीहत होने के बाद पुलिस अब एक एक्शन मोड पर है. आगे बहुत कुछ देखने को मिलेगा. उससे पहले इज़्ज़तनगर थाने की कमान सीबी गंज इंस्पेक्टर राधेश्याम को सौंपी गई है. उनको बड़ा टॉस्क मिला है.थाने के इलाक़े में पुलिस का इक़बाल बलंद रखने के लिए उन्हें कड़े क़दम उठाने पड़ेंगे.https://theleaderhindi.com/1563-candidates-of-neet-ug-will-re-exam-today/