महामारी से निपटने के साथ ही हक की आवाज बुलंद करने वाले किसानों का आंदोलन एक नए चरण में प्रवेश करने जा रहा है। एक ओर जहां राज्यों में लॉकडाउन और सख्तियों का आलम है, वहीं किसान ‘संभावित संसद कूच’ की तैयारी में जुटना शुरू हो रहे हैं। वे हर कीमत पर तीन कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी की गारंटी का कानून बनानें की मांग पूरी कराना चाहते हैं।
बीते लगभग पांच महीने से हर मौसम और दुश्वारियों को झेलकर सरकार से सामना करने वाले किसानों का हौंसला कम नहीं हुआ है। यहां तक कि वे कोरोना वायरस से फैली महामारी से निपटने को भी अपने स्तर पर पूरे साजोसामान लेकर मॉडल की तरह सामने आए हैं।
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पौष्टिक भोजन, हर समय हर मोर्चे पर खुले मेडिकल स्टोर और चिकित्सा स्टाफ मुफ्त में लोगों का इलाज कर रहा है। रहन-सहन भी महामारी के लिहाज से भरपूर और खुली जगह में होने से वायरल लोड कम है। उन्होंने एक तरह से क्वारंटीन एरिया विकसित करने के साथ ही ऑक्सीजन की भरपूर सप्लाई के साथ ही आसपास के अस्पतालाें को जरूरी मदद मुहैया कराई है।
गेहूं की कटाई और उत्तरप्रदेश में पंचायत चुनाव में भागीदारी करने गए किसानों के जाने के बाद मोर्चों पर भीड़ काफी कम हो गई थी, इसके बावजूद हर मोर्चे पर 300-400 लोग बने रहे और वे कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वहां से नहीं गए, जिससे उनके माध्यम से संक्रमण उनके गांव तक न पहुंचे। इस मौके पर मोर्चों पर सभी अहम नेता भी मौजूद रहे। खालसा एड और कई दूसरी समाजसेवी संस्थाओं ने सेहत संबंधी पुख्ता इंतजाम करने में भरपूर मदद की है।
संयुक्त किसान मोर्चा का आरोप है कि किसान आंदोलन को कवर रहे सोशल मीडिया अकाउंट्स पर सरकार द्वारा लगातार हमला किया जा रहा है। इससे पहले किसान एकता मोर्चा के फेसबुक व इंस्टाग्राम पेज को बंद किया गया था। इसके बाद आंदोलन से संबंधित अन्य स्वतंत्र पेज को भी सस्पेंड किया गया था। इंटरनेट बैन करके सरकार ने एक तरफा एजेंडा भी फैलाया। अब amaanbali ट्विटर हैंडल को भारत सरकार के दबाव में सस्पेंड कर दिया गया।
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मोर्चा की ओर से जारी प्रेसनोट में बताया गया है कि यह एकाउंट किसान मोर्चे में हो रहे शहीदों की जानकारी समेत किसान आंदोलन से जुड़ी हर छोटी बडी जानकारियां लोगों के साथ साझा करता रहा है। इस एकाउंट से कोरोना महामारी से संबंधित भी लोगों की मदद की जा रही है।
किसान आंदोलन में लगातार लंगर और अन्य जरूरी सामान की सेवा करने वाले और कोरोना महामारी में आम लोगों की बढ़ चढ़कर मदद करने वाले सामाजिक कल्याण संगठन खालसा एड के प्रमुख रवि सिंह का फेसबुक अकाउंट भी सस्पेंड कर दिया है।
उन्होंने स्वतंत्र पत्रकारिता और सामाजिक कार्यकर्ताओं पर हमले की निंदा और विरोध कर इन एकाउंट्स को तुरंत एक्टिव करने की मांग की है।