द लीडर हिंदी : यूपी के ज़िला बांदा जेल में बंद मुख़्तार अंसारी की रात मौत हो गई है. जेल में रोज़े के बाद हालत बिगड़ने पर रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए ले जाया गया था. वहां भर्ती करने के बाद डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया. लेकिन मुख़्तार अंसारी की तबियत में सुधार नहीं हुआ. आख़िरकार दम तोड़ दिया. अभी तक कि जानकारी के मुताबिक़ हार्ट अटैक से मौत की बात कही जा रही है.
बांदा के साथ गाज़ीपुर और मऊ में सुरक्षा बंदोबस्त बेहद कड़े कर दिए गए हैं. सूबे के संवेदनशील इलाक़ों में भी अलर्ट जारी किया गया है. दरअसल मुख़्तार अंसारी ने एमपीएलए कोर्ट में इल्ज़ाम लगाया था कि उनकी हत्या की साज़िश हो रही है. जेल में धीमा ज़हर दिया जा रहा है. इस पर जेल प्रशासन से कोर्ट ने रिपोर्ट मांगी थी. भाई अफ़ज़ाल अंसारी ने भी मीडिया से बात करते हुए जेल प्रशासन पर गंभीर इल्ज़ाम लगाए थे. कहा था कि भाई की हत्या करने की साज़िश रची जा रही है.
वही मिली जानकारी के मुताबीक उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में सज़ा काट रहे माफ़िया से बाहुबली नेता बने मुख़्तार अंसारी का दिल का दौरा पड़ने से गुरुवार शाम मृत्यु हो गई. यह जानकारी जेल प्रशासन ने दी है. वही बांदा ज़िला जेल में बंद मुख़्तार अंसारी को गुरुवार की शाम रानी दुर्गावाती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.
मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, “63 साल के मुख्तार अंसारी को जेल के सुरक्षाकर्मियों ने मेडिकल कॉलेज के इमर्जेंसी वॉर्ड में शाम 8.45 बजे भर्ती कराया था. उन्हें उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में लाया गया था.”बुलेटिन में कहा गया है कि मरीज़ को नौ डॉक्टरों की टीम ने तत्काल मेडिकल सहायता उपबल्ध कराई लेकिन कड़े कोशिश के बावजूद ‘कार्डियक अरेस्ट’ की वजह से उनकी मृत्यु हो गई.बता दें दो दिन पहले भी मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्हें आईसीयू में रखा गया था.
मुख़्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश का माहौल काफी गरम नजर आ रहा. गुरुवार शाम को जैसे ही मुख़्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ने की ख़बर आई, ग़ज़ीपुर में उनके आवास पर लोग जमा होने लगे थे.वही मृत्यु की पुष्टि होने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लगा दी गई और मुख़्तार अंसारी के गृह जनपद, मऊ समेत कई इलाक़ों में पुलिस सतर्कता बढ़ा दी गई.उनके आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया.