अब्राहम समझौता: मोरक्को भी इजरायल से जा मिला

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अब्राहम समझौते के तहत आखिरकार इज़राइल और मोरक्को भी ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर करके गले मिल गए। पहली बार दोनों देशों के बीच ऐसा समझौता हुआ है, जिसमें सुरक्षा सहयोग, खुफिया जानकारी साझा करने और भविष्य में हथियारों की खरीद-फरोख्त की बुनियाद रखी गई है। (Abraham Agreement Morocco Israel)

इजरायल के रक्षामंत्री बेनी गैंट्ज़ और उनके मोरक्को के समकक्ष अब्देलतीफ लौदीई के बीच समझौता ज्ञापन पर बुधवार को रबात में हस्ताक्षर किए गए। पिछले साल संबंधों को सामान्य करने को राजी हुए अरब राज्यों में से एक मोरक्को के लिए इजरायल के रक्षामंत्री की यह पहली आधिकारिक यात्रा थी।

गैंट्ज़ ने मोरक्को के सैन्य प्रमुख से भी मुलाकात की और लाल अंगरखा, नीले रंग के स्लैक और चमचमाते सोने के एपॉलेट में सैन्य गार्ड ने उनका स्वागत किया।

एक बयान में गैंट्ज़ ने कहा कि समझौता “बहुत महत्वपूर्ण था और हमें विचारों का आदान-प्रदान करने, संयुक्त परियोजनाओं में प्रवेश करने और यहां इज़राइली सैन्य उपकरण निर्यात को की मंजूरी मिल सकेगी।”

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मोरक्को, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और सूडान ने 2020 में ट्रंप प्रशासन की कोशिश पर अब्राहम समझौते के हिस्से के रूप में इज़राइल के साथ संबंधों को सामान्य करने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे।

अब्राहम समझौते ने अरब राज्यों के बीच एक लंबे समय से चली आ रही बाधा को खत्म कर दिया, जिसमें यह माना जाता रहा है कि इजरायल के साथ सामान्यीकरण केवल इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष का समाधान से ही निकलेगा। (Abraham Agreement Morocco Israel)

1990 के दशक में इज़राइल और मोरक्को के मामूली राजनयिक रिश्ते रहे, लेकिन 2000 में फ़िलिस्तीनी विद्रोह के बाद मोरक्को ने ये रिश्ते पूरी तरह खत्म कर लिए। दोनों राज्यों ने अनौपचारिक संबंध बनाए रखे।

दिसंबर 2020 में मोरक्को के इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य करने के बदले में ट्रंप प्रशासन ने पश्चिमी सहारा के विवादित उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र पर मोरक्को की संप्रभुता को मान्यता देने का वादा किया था।

इस घोषणा ने दशकों की अमेरिकी नीति और अंतरराष्ट्रीय सर्वसम्मति में खलल डाल दिया। यह बात भी उठी कि पश्चिमी सहारा की स्थिति को संयुक्त राष्ट्र जनमत संग्रह द्वारा तय किया जाना चाहिए।

1948 में इजरायल राज्य की स्थापना के बाद मोरक्को में रह रहे लगभग दो लाख यहूदियों में से दो लाख से ज्यादा इजरायल में बस गए। मोरक्को में अभी भी कम संख्या में यहूदी समुदाय है और रबात के पास उनकी इबादतगाह भी है, जहां गैंट्ज़ अपनी दो दिवसीय यात्रा के आखिर में जाएंगे। (Abraham Agreement Morocco Israel)

फ़िलिस्तीनी अब्राहम समझौते के तहत इजरायल से गठजोड़ करने को विश्वासघात के रूप में देखते हैं। वे मानते हैं कि इस तरह इज़राइल के साथ उनके संघर्ष को कमजोर किया गया है।


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