About us

मौजूदा समय की पत्रकारिता सवालों के घेरे में है. मूल्यों से गिरने के इल्जाम लग रहे हैं. कठघरे में खड़ा किया जा रहा है. मीडिया की भूमिका को लेकर बहुत कुछ कहा जा रहा है. चौथे स्तंभ के लिए यह इंतहाई फिक्र की बात है. इसे सुनना होगा, अनसुना नहीं कर सकते. मुंह भी नहीं मोड़ा जा सकता. लिहाजा सच को न सिर्फ कुबूल करना होगा, बल्‍क‍ि हूबहू लिखना और दिखाना भी होगा. हमने तय किया है कि हर हाल में सच के साथ निडरता से खड़े होंगे. जैसा देखेंगे, वैसा ही दिखाएंगे-बताएंगे. उस पर रत्तीभर झूठ का पॉलिश नहीं होगा। यह संकल्प लेकर आपके बीच आने का साहस किया है। आपसे बस यही अपेक्षा है कि सच की हिफाजत में हमारा साथ दें। जहां भी लगे कि टोके जाने की जरूरत है, तो टोकिए. हम कड़वी बात भी संयम के साथ सुनने और बदलाव के लिए तैयार रहेंगे। वायदा करते हैं कि सच की कसौटी पर खरा उतारने के लिए जीजान से डटेंगे.