Political crisis in Israel : इजराइल में नई सरकार के गठन की तैयारियों के बीच दंगे भड़कने की आशंका

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विक्टिम की मुद्रा नेतन्याहू

द लीडर डेस्क। इजराइल में बेंजामिन नेतन्याहू को प्रधानमंत्री की कुर्सी से उतारने के लिए यैर लैपिड और नफ़्ताली बेनेट ने पूरा मोर्चा सजा लिया है। नेसेट (संसद) के अध्यक्ष को भी बेनेट ने ठीक से समझा दिया है कि कोई पंगा न करें। इस बीच इजराइल के आंतरिक सुरक्षा विभाग ने खबरदार किया है कि इस सत्तापलट के चक्कर में देश में दंगे भड़क सकते हैं। कुछ ऐसा भी हो सकता है जैसा ट्रम्प के हारने पर कैपिटल हिल्स में हुआ था।

नेतन्याहू आसानी से हार मानने को तैयार नहीं हैं। वह अपने पुराने साथी और अब प्रधानमंत्री पद के दावेदार नफ़्ताली बेनेट का गद्दार कह कर अपने समर्थको को भड़का रहे हैं। इजराइल के इतिहास में पहली बार सत्ता में भागीदार बनने जो रही मुस्लिम अरब पार्टी राम के नेता अब्बास मंसूर भी दक्षिणपंथियों के निशाने पर हैं। मंसूर पर दोतरफा दबाव है। फिलिस्तीन समर्थक इसलिए नाराज हैं कि वह फिलिस्तीन के कट्टर विरोधी बेनेट के साथ कैसे खड़े हो गए। चर्चा है कि इन उलझे समीकरणों के बीच इजराइल के दो दक्षिणपंथी यहूदी दल साम्प्रदायिक हिंसा के लिए लोगों को उकसाने लगे हैं। पिछले दिनों हुए 11 दिवसीय युद्ध के दौरान भी इन लोगों ने कुछ इलाकों में दंगे भड़काए थे। इन दंगों में वेस्ट बैंक में 9 लोगों की जान गई थी। अगर नेतन्याहू की लिकुड पार्टी भी ऐसा करती है तो स्थिति खराब हो सकती है।

क्या है चेतावनी

शिन बेट सिक्यॉरिटी फोर्स के प्रमुख नादव अरगामन ने बिना किसी का नाम लिए कहा, ”हमने हाल ही में देखा है सोशल मीडिया पर बेहद हिंसक और उत्तेजक बातें की जा रही हैं।”उन्होंने कहा, ”इस तरह की बातें कुछ निश्चित समूहों और व्यक्तियों के बीच हो रही है, जिसमें अवैध और हिंसक गतिविधियों से शारीरिक नुकसान भी पहुंचाया जा सकता है।” अरगामन ने राजनीतिक और धारर्मिक नेताओं से अपील की कि जिम्मेदार बनें और संभावित उग्रता को शांत करें। उनकी इस चेतावनी ने इजराइल में बहुत से लोगों के जेहन में 1995 की घटना ताजा हो गई है, जिसमें तब के प्रधानमंत्री यितझाक राबिन की हत्या कर दी गई थी।

गठबंधन के आठ सूरमा6

14 तक का समय दिया

इजराइल की संसद नेसेट के स्पीकर नेतन्याहू के करीबी हैं। विपक्ष के दबाव के बीच उन्होंने 14 तक नई सरकार के बहुमत परीक्षण के लिए समय दिया है। लेफ्ट विंग, उदारवादी, दक्षिणपंथनी, राष्ट्रवादी और धार्मिक दलों के गठबंधन में पहली बार अरब इस्लामिक पार्टी भी शामिल है। गठबंधन के नेता बुधवार का दिन चाहते थे लेकिन उन्होंने दिन तय नहीं किया। माना जा रहा है कि वह नेतन्याहू को कुछ और समय देना चाहते हैं।
नेतन्याहू ने एक ऑनलाइन पोस्ट में इस गठबंधन को खतरनाक वामपंथी बताते हुए चेतावनी दी है। इस पर बेनेट ने उनसे मुलाकात कर कहा कि जो हो रहा है होने दें।


अभी शांत नहीं है माहौल

सेना और फिलिस्तीनी नागरिकों के बीच ताजा झड़प वेस्ट बैंक इलाके में हुई है। बताया जा रहा है कि इस इलाके में यहूदी बस्तियों के विरोध में फिलिस्तीनी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उनको हटाते समय कुछ उपद्रवियों ने इजरायली सेना पर पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद सेना ने भी आंसू गैस के गोले दागे और रबर बुलेट फायर की।यह झड़प रामल्लाह शहर के पश्चिम में निलिन गांव में हुई है। इस झड़प में 27 लोग घायल हुए हैं।

पत्रकार गिवारा को घसीटती पुलिस

पत्रकार भी निशाने पर

इजरायल की सीमा पुलिस ने शेख जर्राह में अल जजीरा सैटलाइट चैनल की एक वरिष्ठ संवाददाता गिवारा बुदेरी को उस वक्त जबरन हिरासत में ले लिया, जब वह यरूशलम से रिपोर्टिंग कर रही थी। वह यहां फिलिस्तीनियों के एक धरने को कवर कर रही थीं।
अल जजीरा ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने चैनल के कैमरामैन के उपकरणों को भी तोड़ डाला। अल जजीरा के यरूशलम ब्यूरो प्रमुख वालिद ओमरी ने कहा कि बुदेरी का हाथ टूट गया है और वह यरूशलम के हदासाह अस्पताल में भर्ती हैं।