इस बार मानसून की विदाई में होगी थोड़ी देरी , देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी

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द लीडर हिंदी: महाराष्ट्र, गुजरात समेत देश के कई राज्यों में भारी बारिश का कहर जारी है.दरअसल सितंबर के आखिरी दिनों तक आमतौर पर मॉनसून विदा होने लगता है. लेकिन इस बार अभी भी कई राज्यों में जमकर बरसात हो रही है. जिसके कारण कई राज्य बेहाल नजर आ रहे है.बात करें महाराष्ट्र के मुंबई की तो बीते दो दिन में हुई मूसलाधार बारिश से मुंबई शहर का जीवन लगभग ठहर सा गया.मुंबई में खूब बारिश देखी जा रही है. यहां आज, 27 सितंबर को भी बारिश का अलर्ट है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है.

इसके साथ ही विभाग ने कुछ हिस्सों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ भी जारी किया है. आईएमडी ने महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश का अंदेशा जताया है.इसके अलावा राजधानी दिल्ली में भी हल्की बारिश का अंदेशा जताया गया है. अपने मौसम बुलेटिन में आईएमडी ने कहा है कि शुक्रवार को मुंबई सहित महाराष्ट्र कई और दूसरे इलाक़ों में भारी बारिश हो सकती है.इसके अलावा आईएमडी ने कोंकण, गोवा और गुजरात में भी तीन दिनों तक मध्यम बारिश की संभावना जताई है.

हालांकि 27 सितंबर को इन इलाकों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है. सौराष्ट्र और कच्छ के क्षेत्र में भी भारी बारिश हो सकती है.आईएमडी के मुताबिक़ अगले तीन दिनों तक मध्य प्रदेश और इसके आस-पास के इलाक़ों में भी मध्यम बारिश हो सकती है.वहीं शुक्रवार को जम्मू, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है.

दक्षिण भारत के राज्यों में मौसम विभाग ने मध्यम से भारी बारिश की आशंका जताई है. बता दें 28 और 29 सितंबर को तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल के क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है.वहीं पश्चिम बंगाल के हिमालयी इलाक़ों और सिक्किम में भी शुक्रवार को भारी बारिश की आशंका जताई गई है.बिहार और झारखंड में भी भारी बारिश हो सकती है.

27 सितंबर से लेकर दो अक्तूबर तक नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम, त्रिपुरा, असम, मेघालय और अरुणांचल प्रदेश में भारी बारिश की आशंका जताई गई है.वहीं, गुजरात में तेज तूफान के कारण करीब 300 पेड़ गिर गए.वहीं, राजस्थान से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई में देरी की वजह से इस बार इसकी वापसी 10-12 अक्तूबर तक होने के आसार हैं.https://theleaderhindi.com/low-voting-in-srinagar-these-two-parties-of-the-valley-held-the-central-government-responsible/