‘जनता की अदालत’ में केजरीवाल, बोले- मैंने अपनी जिंदगी में केवल इज्जत कमाई है

0
16

द लीडर हिंदी: मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राजधानी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज 22 सितंबर यानी आज जनता की अदालत लगाई. इस जनता की अदालत में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिश, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, संगठन मंत्री संदीप पाठक, विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़ला, मनीष सिसोदिया, विधायक दुर्गेश पाठक, दिलीप पांडे भी पहुंचे हैं.इसे चुनावी स्टंट भी बताया जा रहा है.क्योकि इस कार्यक्रम के जरिए अरविंद केजरीवाल आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के प्रचार अ​भियान का आगाज करेंगे.जिसके चलते जंतर मंतर पर उन्होंने लोगों को संबोधित किया.

इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘4 अप्रैल 2011 को जंतर मंतर से अन्ना आंदोलन शुरू हुआ था. दो साल तक अलग-अलग जगहों पर आंदोलन चला. उस समय की सरकार भी अहंकारी थी, हमारी बात नहीं मानते थे और चैलेंज करते थे कि चुनाव लड़ के दिखाओ जीत कर दिखाओ. हमारे पास ना पैसा था, ना आदमी थे, ना गुंडे थे, हम चुनाव कैसे लड़ते, लेकिन हम भी चुनाव लड़ लिए. जनता ने हमें जिता दिया और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई. हमने देश में साबित कर दिया कि इमानदारी से चुनाव लड़े भी जा सकते हैं और जीते भी जा सकते हैं.

यहीं नहीं जनता को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने आगे कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में केवल इज्जत कमाई है. आज जब मैंने इस्तीफा दिया है, कुछ दिन में मैं मुख्यमंत्री आवास खाली कर दूंगा, आज दिल्ली में मेरे पास रहने के लिए घर भी नहीं है. मैंने दस साल में केवल आपका आशीर्वाद कमाया है. मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने नहीं आया था, मुझे सत्ता का लालच. सीएम की कुर्सी की भूख नहीं है. मैं पैसे कमाने नहीं आया.पैसे कमाने होते तो मैं इनकम टैक्स की नौकरी करता था, उसमें करोड़ो रुपए कमा लेता बल्कि हम तो देश के लिए आए थे.

अरविंद केजरीवाल यहीं नहीं रूके मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा गया. मेरे नेताओं को जेल भेजा गया. मैं देश बदलने के लिए आया हूं, मैं कुछ गलत करने नहीं आया. हमें चुनौती दी गई. चुनाव लड़ लो. 2013 में ईमानदारी से चुनाव लड़े. लोग कह रहे थे. उनकी जमानत जब्त होगी. लेकिन पहली बार में ही सरकार बना दी. सरकार बनने के बाद दिल्ली में बिजली, पानी, बस यात्रा फ्री, बच्चों की शिक्ष सब को फ्री कर दिया. भाजपा को लगा कि अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचारी घोषित कर दो. उन्होंने हमारे पार्टी के बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया.जैसे ही नवरात्र आएंगे मैं घर छोड़ दूंगा. आप में से किसी के घर ही आ कर रहूंगा.

वही इससे पहले दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने अपने संबोधन में कहा कि ‘लोगों को दुख है कि अरविंद केजरीवाल अब मुख्यमंत्री नहीं रहे. लेकिन लोग इस बात से भी खुश हैं कि केजरीवाल ने एक तानाशाह की जेल की सलाखें तोड़ दी हैं. सिसोदिया ने कहा मुझे जेल में कहा गया कि देखो केजरीवाल ने आपका नाम ले दिया, आप उनका नाम ले दो और आप बच जाओगे. मैं उनसे कहता था, आप लक्ष्मण को राम से अलग करने की कोशिश कर रहे हो. दुनिया में किसी में ताकत नहीं जो लक्ष्मण को राम से अलग कर सके. अरविंद केजरीवाल से मेरी 26 साल पुरानी दोस्ती है.वह मेरे राजनीतिक गुरु हैं.

केजरीवाल कंपनी ने जमकर बीजेपी को आड़े हाथों लिया.मनीष सिसोदिया के बाद आप नेता गोपाल राय ने अपने संबोधन में कहा ‘भाजपा का नारा है न काम करूंगा, न करने दूंगा. दिल्ली के उपराज्यपाल के जरिए बीजेपी ने दिल्ली में काम रोकने की कोशिश की. AAP के मंत्रियों और मुख्यमंत्री को जेल में डाला. लेकिन दिल्ली के लोगों का काम नहीं रुका। भाजपा नेताओं से कहना चाहता हूं, तुम्हारे पास ED और CBI की ताकत है. अरविंद केजरीवाल के पास जनता की दुआ की ताकत है.https://theleaderhindi.com/impact-of-pm-modis-us-visit-visible-next-quad-conference-will-be-held-in-india-indian-heritage-will-return/