लखनऊ के चौक क्षेत्र में नबी की विलादत के अवसर पर 11 रबि उल अव्वल को एक मुशायरा आयोजित किया गया.. जिसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से आए शायरों ने अपने शानदार अंदाज में नाते पाक पढ़कर महफिल को और भी खूबसूरत बना दिया। इस मुशायरे का आयोजन सोहराब अहमद ने किया था और मौलाना खालिद रशीद साहब ने इसकी अध्यक्षता की। महफिल में आने वाले लोगों के लिए तबर्रुक और चाय का इंतजाम किया गया था। महफिल का आगाज कलाम पाक की तिलावत से हुआ और पूरी रात सिलसिला जारी रहा। शायरों ने अपनी रचनाओं में नबी की शान में अपने प्यार और सम्मान का इज़हार किया।
मालूम हुआ कि चौक स्थित पुरानी सब्जी मंडी में 11 रबि-उल-अव्वल को जश्ने खिरुल बशर मिलाद कमेटी की ओर से आयोजन हुआ, जिसमें कमेटी के मेंबरों ने नबी के लिए दिल खोलकर इंतजाम किया। इस मौके पर सभी मेंबर मौजूद रहे और आयोजन को सफल बनाने में अपना पूरा सहयोग दिया। जश्ने खिरुल बशर मिलाद कमेटी के मेंबरों ने आयोजन के लिए कड़ी मेहनत की और इसे सफल बनाने में अपना पूरा योगदान दिया। आयोजन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और नबी के प्यार और संदेश के बारे में जागरूक किया गया।
मौलाना खालिद रशीद साहब ने अपने संबोधन में कहा कि नबी की विलादत का दिन हमें उनके संदेश और प्यार को याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि हमें नबी के जीवन और शिक्षाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके संदेश को अपने जीवन में लागू करना चाहिए। मुशायरे के आयोजक सोहराब अहमद ने कहा कि यह मुशायरा नबी की शान में आयोजित किया गया था और हमें उम्मीद है कि इससे लोगों को नबी के प्यार और संदेश के बारे में जागरूक किया जा सकेगा। मुशायरे के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने नबी की शान में दुआ की। यह मुशायरा नबी की विलादत के अवसर पर आयोजित किया गया था और इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। यह आयोजन लोगों को नबी के प्यार और संदेश के बारे में जागरूक करने में सफल रहा।