पेरिस ओलंपिक में अमन सहरावत ने जीता कांस्य पदक, 2028 में गोल्ड लाने का किया वादा

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द लीडर हिंदी : मैं ओलंपिक में पदक जीतने का सपना लेकर आया था. गोल्ड जीतना चाहता था, लेकिन जो होता है अच्छे के लिए होता है. अगली बार, मैं बेहतर तैयारी के साथ आऊंगा. ये हौसला है युवा पहलवान अमन सहरावत का. जिन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में जीत का परचम लहराया है. वह पहले और सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने रेसलिंग में पदक जीता है. कांस्य पदक के साथ उन्होंने देश का नाम रोशन किया.अक्सर खिलाड़ी अपनी जीत से संतुष्ट नहीं होते और वो निराश हो जाते है. पर कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होते है जो वापस जीत की तैयारियों में जुट जात है. जो कर दिखाया अमन सहरावत ने.बता दें पेरिस ओलंपिक में भारतीय रेसलर अमन सहरावत ने मेंस फ़्रीस्टाइल 57 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया है. कांस्य पदक के लिए ज़रूरी मुक़ाबले में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज़ को 13-5 से हराया.

पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद अमन सहरावत ने कहा, “आज बहुत बढ़िया लग रहा है, मुझे खुद यकीन नहीं हो रहा है, तीन-चार दिन मुझे भी यह समझने में लगेंगे कि आख़िर मैंने ओलंपिक में मेडल जीत लिया है.”उन्होंने कहा, “मैं यह सोच के आया था कि पहले दो-चार मिनट किसी को प्वाइंट नहीं देने हैं. सेमीफाइनल में शुरू में ही चार नंबर की बढ़त दे दी थी मैंने. फिर यह कठीन हो गया था कि मैं कैसे प्वाइंट लूं. सारे देश के लोग ओलंपिक देख रहे हैं. मुझे समझ में नहीं आया कि अब क्या करूं.”अमन ने कहा है कि ‘मेरे अंदर इस बात का भी प्रेशर था कि पुरुष पहलवानों में सिर्फ मैं अकेला हूं. दो-तीन और होते तो अच्छा होता पर मैंने सोच लिया था कि अब मेडल लेकर आना है.’

शानदार रहा अमन का प्रदर्शन
बता दें पेरिस ओलंपिक में अमन सेहरावत प्री-क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल मैच तकनीकी सुपीरियरिटी के आधार पर जीतने में सफल रहे थे. लेकिन सेमीफाइनल मैच में उन्हें जापानी फ्रीस्टाइल पहलवान री हिगुची ने तकनीकी सुपीरियरिटी के आधार पर हरा दिया था. जिसके बाद उन्होंने कांस्य पदक के लिए हुए मैच में प्यूर्टो रिको के फ्रीस्टाइल पहलवान डेरियन क्रूज को 13-5 से हराया और कांस्य पदक जीतने में सफल रहे.इस जीत से वो संतुष्ट दिखाई दिये.

ओलंपिक 2028 में गोल्ड जीतने का किया वादा
बुलंद हौसलों को लेकर अमन सेहरावत का सपना गोल्ड जीतने का था, लेकिन कांस्य पदक जीतने के बाद भी वह खुश हैं. उन्होंने कहा- “मैं ओलंपिक में पदक जीतने का सपना लेकर आया था. गोल्ड जीतना चाहता था, लेकिन जो होता है अच्छे के लिए होता है. अगली बार, मैं बेहतर तैयारी के साथ आऊंगा. यह मेरे लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, और अब मुझे यकीन है कि मैं 2028 के ओलंपिक में जरूर अच्छा करूंगा.”बतादें शुक्रवार को अमन सेहरावत पेरिस ओलंपिक में देश को कांस्य पदक दिलाया.

अगली बार गोल्ड मेडल लेकर आए-ताऊ
अमन की जीत पर बधाईयों का तांता लगा है.ऐसे में अमन के कांस्य के पदक जीतने पर उनके ताऊ सुधीर ने कहा है कि मन में तो हमारे यही था कि गोल्ड मेडल लेकर आएगा, उसमें थोड़ी चूक हो गई.उन्होंने कहा है कि अमन देश के लिए मेडल लेकर आया है. हम यह दुआ करते हैं कि अगली बार गोल्ड मेडल लेकर आए.यहीं नहीं अमन के ताऊ सुधीर ने कहा, “अमन के माता पिता बचपन में ही गुजर गए थे. अमन का जीवन संघर्षों और कष्टों से भरा रहा है.”उन्होंने कहा, “10 साल की उम्र में अमन के सर से माता पिता का साया उठ गया था. अपने माता पिता को श्रद्धांजलि देने के लिए ओलंपिक मेडल लेकर आया है अमन.”

प्रधानमंत्री मोदी ने पहलवान अमन सेहरावत को दी बधाई

पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की फ़्रीस्टाइल 57 किलोग्राम कुश्ती स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने पर भारतीय पहलवान अमन सहरावत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़ी हस्तियों ने बधाई दी. ओलंपिक में पदार्पण कर रहे सहरावत ने शुक्रवार को प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज़ पर 13-5 की जीत के साथ पदक हासिल किया, जो पेरिस 2024 खेलों में भारत का पहला कुश्ती पदक है.पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में अमन की “समर्पण और दृढ़ता” के लिए प्रशंसा की. पीएम मोदी ने लिखा कि हमारे पहलवानों के लिए और अधिक गर्व. पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की फ़्रीस्टाइल 57 किलोग्राम में कांस्य पदक जीतने के लिए अमन सहरावत को बधाई. उनका समर्पण और दृढ़ता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है. पूरा देश इस उल्लेखनीय उपलब्धि का जश्न मनाता है.वही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अमन की इस उपलब्धि की सराहना की. अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि बधाई हो, अमन. अपनी उल्लेखनीय दृढ़ता और ताकत के साथ, आपने पेरिस ओलिंपिक 2024 में कुश्ती मैच में भारत के लिए कांस्य पदक हासिल किया है। देश को आपकी उपलब्धि पर गर्व है.https://theleaderhindi.com/know-on-which-decision-of-pm-modi-rahul-gandhi-said-thanks/