द लीडर हिंदी : हाथरस सत्संग कांड ने देश को दहला कर रख दिया है. जिसके बाद लगातार मृतक परिवार के पीडि़त लोगों को सांत्वना दी जा रही है.इसी बीच कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को सत्संग हादसे के पीड़ितों परिवारवालों से मुलाकात करने हाथरस पहुंचे. राहुल गांधी के साथ विपक्ष के कई नेता मौजूद थे. परिजन उनके गले से लिपटकर रोए. राहुल ने सिर पर हाथ रखकर सांत्वना दी. हाथरस हादसे में मां को खोने वाली वाली एक बच्ची फफक-फफक कर रोने लगी तो राहुल से उसे संभाला और गले लगाया. राहुल गांधी ने हाथरस हादसे में मारे गए लोगों के परिवार वालों से मुलाक़ात की और उनके लिए ज़्यादा से ज़्यादा और जल्दी मुआवजा मांगा.
पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा..’’इस हादसे में बहुत से परिवारों को नुकसान हुआ है. काफी लोगों की मौत हुई है. लेकिन मैं इस घटना को राजनीतिक नज़रिये से नहीं देख रहा हूं. प्रशासन में कमी तो है. ग़लतियां हुई हैं. इसका पता लगाना चाहिए.वही दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा राहुल गांधी सुबह-सुबह अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे.यहां वह हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से भी मिले.राहुल गांधी अलीगढ़ में मृतक मुन्नी देवी और आशा देवी के परिजनों से मिले. मुन्नी देवी और आशा देवी की भगदड़ में मौत हुई थी. राहुल ने घायल माया देवी के परिवारवालों से भी मुलाकात की.
राहुल गांधी ने सीएम योगी से की मुआवजे की मांग
उधर जनता से जुड़ने वाले नेता राहुल गांधी ने हाथरस भगदड़ हादसे के शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग की है.राहुल ने कहा, ”मुआवजा सही मिलना चाहिए. मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें. मुआवजा जल्दी से जल्दी देना चाहिए.परिवारवालों से मेरी बातचीत हुई है.
भोले बाबा की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी
घटना के बाद ये सवाल उठ रहे हैं कि हादसे के कई दिन बीतने के बाद भोले बाबा की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी. क्या कोई बाबा को बचाने की कोशिश कर रहा है. वहीं विपक्ष भी ये सवाल उठा रहा है कि हादसे में 125 लोगों की मौत के बाद प्रशासन कर क्या रहा है.