द लीडर हिंदी: लोकसभा चुनाव 2024 के समाप्त होने के बाद पक्ष-विपक्ष में बयानबाज़ी का दौर शुरू हो गया है. चुनाव प्रचार के दौरान लगातार विपक्ष आरक्षण और संविधान का मुद्दा उठा रहा था. जिसको लेकर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने आरक्षण के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है.उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “न ही कोई संविधान का ख़तरा है और न ही कोई आरक्षण का ख़तरा है, झूठा प्रचार करके विपक्ष ने राजनीतिक लाभ लिया है.”उन्होंने कहा, “जहां तक बेरोज़गारी का सवाल है, नरेंद्र मोदी लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग के माध्यम से बेरोज़गारी को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. इससे बड़ा प्रयास कोई कर नहीं सकता है.
“मांझी मोदी सरकार में लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग मंत्री हैं. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के नौकरी देने वाले दावे पर उन्होंने कहा, “वे कहते हैं कि 17 महीने में इतने लाख नौकरियां दे दी. वो लोगों को बेवकूफ़ बनाते हैं. सीएम के हस्ताक्षर के बिना किसी को भी नौकरी नहीं मिलती.”उन्होंने कहा, “जिसको संविधान के बारे में नहीं पता है उन्हें वे बेवकूफ बना रहे हैं.”विपक्ष ने 2024 लोकसभा चुनाव में आरक्षण और संविधान के मुद्दे पर बीजेपी को घेरा था. विपक्ष ने बीजेपी पर चुनाव जीतने के बाद आरक्षण खत्म करने और संविधान बदलने का आरोप लगाया था.वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में लोकसभा चुनाव के दौरान बेरोज़गारी को मुद्दा बनाया था. उन्होंने डिप्टी सीएम रहते हुए बिहार के युवाओं को रोज़गार देने का दावा किया था.