द लीडर हिंदी: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की है. वही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अपना साझा उम्मीदवार उतारा था.इसलिए ये चुनाव काफी चर्चा में था. वही जब चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी मनोज सोनकर ने जीत हासिल की तो हंगामा खड़ा हो गया. पहले ही चुनाव में NDA को इंडिया हरा नहीं पाया. चंडीगढ़ में BJP मेयर जीत इंडिया गठबंधन के लिये एक चैलेंज बन गई है.
बता दें मनोज सोनकर का मुकाबला (आप) के उम्मीदवार कुलदीप कुमार से था. बीजेपी पिछले आठ सालों से मेयर पद पर काबिज है. वही आज पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद चंडीगढ़ में मेयर का चुनाव हुआ. इस चुनाव में सीधा मुकाबला कांग्रेस-आम आदमी पार्टी (आप) के गठबंधन और बीजेपी के बीच था. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ हुए पहले मुकाबले में INDIA गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा.
बता दें इस गठबंधन के आठ वोट इनवैलिड करार दिए गए, जिसकी वजह से बीजेपी प्रत्याशी की जीत हुई.जिसके बाद गठबंधन के उम्मीदवार हाईकोर्ट पहुंचे.बतादें बीजेपी की जीत के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संयुक्त उम्मीदवार कुलदीप कुमार ने तत्काल हाईकोर्ट से गुहार लगाते हुए कहा कि यह चुनाव गलत है. उनके 8 वोट अमान्य करार दे दिए गए और इसका कोई कारण तक नहीं बताया गया.
कुलदीप कुमार की तरफ से सीनियर एडवोकेट गुरमिंदर सिंह ने दोपहर हाईकोर्ट से आग्रह किया कि उनकी इस याचिका पर तत्काल सुनवाई की जाए और इस चुनाव का रिकॉर्ड सील किया जाए.
बता दें सुबह दस बज कर करीब 40 मिनट पर पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह न मेयर पद के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू कराई थी. चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर ने सबसे पहले वोट डाला था. उन्होंने सुबह 11 बज कर करीब 15 मिनट पर नगर निकाय भवन में मतदान किया था. उनके पास चंडीगढ़ नगर निगम के पदेन सदस्य के रूप में मतदान का अधिकार है.